शराब की अवैध बिक्री में संलिप्त पुलिसवालों पर कार्रवाई
सभी पुलिसकर्मी जीटीबी एंक्लेव थाने से जुड़े थे। उन पर जुआ और सट्टा जैसे गोरखधंधे में मिलीभगत के भी आरोप थे।
नई दिल्ली (स्वदेश कुमार)। पुलिस के कंधों पर तो अपराध रोकने की जिम्मेदारी होती है, लेकिन अगर वही पुलिसकर्मी अपराध को शह देने लगे तो हालात का सहज अंदाजा लगाया जा सकता है। जगतपुरी विस्तार इलाके में एक ऐसा ही मामला सामने आया है। शराब की अवैध बिक्री में संलिप्तता के आरोप में बीट में तैनात तीन कांस्टेबल, दो हेड कांस्टेबल और एक एएसआइ को लाइन हाजिर कर दिया गया।
ये सभी पुलिसकर्मी जीटीबी एंक्लेव थाने से जुड़े थे। उन पर जुआ और सट्टा जैसे गोरखधंधे में मिलीभगत के भी आरोप थे। उनकी संलिप्तता की सबसे पहले थाने में शिकायत पहुंची थी, लेकिन कार्रवाई नहीं होने पर दिल्ली पुलिस के विजिलेंस विभाग तक मामला पहुंचा।
करीब एक महीने पहले की गई शिकायत पर विजिलेंस विभाग ने जांच कर शाहदरा जिले की पुलिस उपायुक्त नूपुर प्रसाद को रिपोर्ट भेजी। इसी आधार पर एएसआइ सूर्यदेव पांडेय, हेड कांस्टेबल विकास व ललित, कांस्टेबल कुलदीप, ललित कांत और शैलेंद्र को लाइन हाजिर कर दिया गया।
पुलिस सूत्रों के मुताबिक विजिलेंस विभाग की रिपोर्ट में कहा गया है कि इलाके में तीन जगहों पर अवैध तरीके से शराब की खुलेआम बिक्री हो रही है। तीनों जगहों पर महिलाएं शराब बेचती हैं। इस तरह से शिकायत को सही पाया गया है। हालांकि, जुआ और सट्टा के आरोप पर रिपोर्ट में कुछ नहीं कहा गया है।
आरडब्ल्यूए ने उच्चाधिकारियों से की थी शिकायत स्थानीय आरडब्लूए का कहना है कि यहां काफी समय से अवैध तरीके से शराब की बिक्री हो रही है। अब जुआ और सट्टा गिरोह भी चलने लगे है।
नाम नहीं छापने की शर्त पर आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी ने कहा कि तीनों जगहों पर शराब की खुलेआम बिक्री हो रही थी। इसकी शिकायत करने पर जवाब मिलता था कि पुरुष पुलिसकर्मी उन पर कार्रवाई नहीं कर सकते और बीट में महिला पुलिसकर्मी नहीं हैं। ऐसे में आरडब्ल्यूए ने उच्च अधिकारियों को शिकायत भेजी थी।

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