चचेरे भाई ने 8 महीने की मासूम से किया था दुष्कर्म, गंभीर हालत में बच्ची AIIMS रेफर
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस घटना और बच्ची के स्वास्थ्य पर चिंता जताई। ...और पढ़ें

नई दिल्ली (प्रेट्र)। केंद्र सरकार ने बृहस्पतिवार को सुप्रीम कोर्ट को जानकारी दी कि दुष्कर्म की शिकार आठ महीने की बच्ची को बेहतर इलाज के लिए अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) भेज दिया गया है। दिल्ली के नेताजी सुभाष प्लेस इलाके में 28 जनवरी को बच्ची के साथ उसके चचेरे भाई ने दुष्कर्म किया था।
चीफ जस्टिस दीपक मिश्रा की अध्यक्षता वाली पीठ ने इस घटना और बच्ची के स्वास्थ्य पर चिंता जताई। कोर्ट ने केंद्र और याचिकाकर्ता के वकील से देश भर में बच्चियों से दुष्कर्म के लंबित मामलों ब्योरा मांगा। इससे इस मुद्दे पर राष्ट्रीय दृष्टिकोण अपनाया जाएगा और ऐसे मामलों को फास्ट ट्रैक कोर्ट में चलाने के लिए चुना जाएगा।
केंद्र की तरफ से पेश अतिरिक्त सोलिसिटर जनरल पीएस नरसिम्हा और पिंकी आनंद ने कोर्ट से कहा कि एम्स के डॉक्टरों ने स्थानीय सरकारी अस्पताल में बच्ची को देखा और उसे एम्स शिफ्ट कर दिया। दिल्ली विधिक सेवा प्राधिकरण (डीएलएसए) के सदस्य संजीव जैन ने कोर्ट में स्थिति रिपोर्ट दाखिल की।
इसमें बताया गया कि मुआवजे के तौर पर पीडि़त के माता-पिता को 75 हजार रुपये दिए गए हैं। वकील अलख आलोक श्रीवास्तव ने शीर्ष अदालत में याचिका दाखिल कर कहा था कि बच्ची दिल्ली के सरकारी अस्पताल में गंभीर अवस्था में है।
याचिका में पीडि़त के माता-पिता को 10 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की गई। याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने बुधवार को एम्स के दो डॉक्टरों को बच्ची का हालचाल लेकर अवगत कराने को कहा था।

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