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    तिहाड़ जेल में रची गई थी प्रॉपर्टी डीलर की हत्या की साजिश

    By Edited By:
    Updated: Tue, 22 Nov 2016 08:31 PM (IST)

    जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली: कापसहेड़ा थाना क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर संजय और उसकी पत्नी की हत्य ...और पढ़ें

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    जागरण संवाददाता, पश्चिमी दिल्ली: कापसहेड़ा थाना क्षेत्र में प्रॉपर्टी डीलर संजय और उसकी पत्नी की हत्या दो वर्ष पूर्व जमीन के सौदे में एडवांस के तौर पर दी गई 20 लाख की रकम को लेकर हुई थी। आरोपी एडवांस वापस मांग रहे थे, संजय रुपये वापस देने को भी तैयार था लेकिन आरोपियों ने नोट बंदी के कारण पुराने नोट लेने से इन्कार कर दिया। इसके बाद दोनों के बीच विवाद हुआ और तिहाड़ जेल में बंद एक आरोपी ने जेल से ही चार लाख रुपये में प्रॉपर्टी डीलर की हत्या की साजिश रच डाली। प्लान तैयार होने के बाद आरोपियों ने घर में घुसकर वारदात को अंजाम दिया। कापसहेड़ा पुलिस ने दोहरे हत्याकांड का खुलासा करते हुए एक आरोपी को गिरफ्तार किया है वहीं दो नाबालिग आरोपियों को भी पकड़ा है। पुलिस ने हत्याकांड में प्रयुक्त दो स्कूटी, देशी कट्टा व गोलियों से भरी दो पिस्तौल बरामद की हैं। गिरफ्तार आरोपी साहिल निजी स्कूल से बारहवीं पास है तथा बैडमिंटन में जूनियर श्रेणी में राष्ट्रीय खिलाड़ी रह चुका है।

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    दक्षिणी पश्चिमी जिला पुलिस उपायुक्त सुरेंद्र कुमार ने बताया प्रॉपर्टी डीलर संजय राणा अपनी पत्‍‌नी ललिता के साथ बिजवासन में रहते थे। पक्षाघात से ग्रस्त संजय एक स्वयंसेवी संस्था चलाते थे तथा कांग्रेस के नेता भी थे। 14 नवंबर को पुलिस के पास एक कॉल आई जिसमें यह कहा गया कि बिजवासन गांव में संजय व ललिता को घर में घुसकर गोलियों से भून दिया गया है। पुलिस दोनों को लेकर ट्रॉमा सेंटर गई जहां दोनों को मृत घोषित कर दिया गया।

    पुलिस ने हत्याकांड की जांच संजय के घर से शुरू की। संजय के परिवार के साथ रह रही उनकी साली ने बताया कि आरोपी स्कूटी से आए थे। इस सूचना के बाद पुलिस ने आसपास लगे सीसीटीवी फुटेज खंगाले जिसमें स्कूटी का नंबर नजर आ रहा था। पुलिस ने इस नंबर का पता लगाया जिसके आधार पर पुलिस आरोपियों तक पहुंची।

    दो आरोपी नाबालिग

    साजिश का मुख्य कर्ताधर्ता राकेश उर्फ मीनू नामक शख्स है जो इन दिनों तिहाड़ जेल में हत्या से जुड़े मामलों में बंद है। दो वर्ष पूर्व इसने संजय से जिस जमीन का सौदा कर उसे एडवांस रकम दी थी, उसके बारे में इसे पता चला कि यह जमीन विवादित है। जमीन पर संजय व इसके रिश्तेदारों के बीच विवाद चल रहा है। कोर्ट में भी मामला चल रहा है। इसके बाद राकेश ने एडवांस की रकम वापस मांगी। संजय रकम देने को तैयार हुआ लेकिन नोटबंदी को देखते हुए उसने पुराने नोट में रकम अदा करने की बात कही। राकेश को यह बात नागवार गुजरी और दोनों के बीच कई बार बहस हुई। राकेश ने यह बात अपने नाबालिग बेटे से साझा की और संजय व ललिता को मारने की साजिश रची। जेल से ही इसने वारदात के लिए जरूरी सामान मुहैया करा दिए। इसके बाद राकेश के बेटे ने हत्याकांड को अंजाम देने के लिए लोगों का इंतजाम किया। इसमें दो नाबालिग और साहिल शामिल था। वारदात को अंजाम देने के लिए साहिल के साथ चार लाख रुपये में सौदा किया गया था। पुलिस को अब चौथे आरोपी अंकित व हत्याकांड में प्रयुक्त अन्य हथियारों की तलाश है। वारदात में प्रयुक्त हथियार मेरठ से मंगाया गया था। वहीं पुलिस राकेश व संजय के बीच हुए संवाद को लेकर छानबीन कर रही है कि कैसे इन दोनों में बात होती थी क्योंकि राकेश तिहाड़ में बंद है