300 करोड़ से पांच महीने पहले बने एलिवेटेड रोड में आई दरार
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : बाहरी ¨रग रोड पर सिग्नल फ्री कॉरिडोर के तहत रोहिणी के मधुबन चौक से म
जागरण संवाददाता, बाहरी दिल्ली : बाहरी ¨रग रोड पर सिग्नल फ्री कॉरिडोर के तहत रोहिणी के मधुबन चौक से मुकरबा चौक के बीच बने एलिवेटेड रोड के पिलर 6 के पास दरार आ गई है। एलिवेटेड रोड का निर्माण लोक निर्माण विभाग ने पांच महीने पूर्व 300 करोड़ रुपये में पूरा किया था। खास बात तो यह है कि इसको बनाने पर दिल्ली सरकार ने 125 करोड़ रुपये बचाने का दावा किया था। अब एलिवेटेड रोड में दरार आने से निर्माण की गुणवत्ता पर सवाल खड़े हो गए हैं। इस मामले में लोक निर्माण विभाग के जिम्मेदारों का कहना है कि दरार और निर्माण कार्य में गड़बड़ी जैसी कोई बात नहीं है, मगर दो पिलरों की हालत की तुलना करने पर स्थिति कुछ और ही बयां करती नजर आ रही है।
मधुबन चौक से मुकरबा चौक की तरफ चलने पर प्रशांत विहार के पास स्थित पिलर 6 के पास एलिवेटेड रोड में दरार आई है। यहां सीमेंट का मलबा भी भरभरा कर गिरा था। गनीमत रही रात का समय होने से किसी को कोई चोट नहीं आई। रोड में दरार साफ दिख रही है। वहीं इसका ज्वाइंट भी अपनी जगह से अलग हो गया है।
दूसरे पिलर के पास रोड के ज्वाइंट को देखने से साफ पता चलता है कि रोड में दूसरे पिलर के पास कहीं भी इतना ज्यादा गेप नहीं है। वहीं पिलर 6 के पास से रोड के ज्वाइंट से सीमेंट का मलबा गिरने से निर्माण की गुणवत्ता पर गड़बड़ी की आशंका होने लगी है। प्रशांत विहार से सुबह टहलने जाने वाले लोगों का कहना है कि सुबह रोड पर सीमेंट का मलबा पड़ा हुआ था। जब उन्होंने ऊपर देखा तो बड़ी दरार दिखी, जहां से सीमेंट का मलबा गिरा। इस मामले में लोक निर्माण विभाग के अधिकारी कोई भी बात करने से बच रहे हैं। हालांकि एक अधिकारी ने नाम न छापने के अनुरोध पर बताया कि हमने उस जगह को दिखाया है। वहां से मलबा साफ करा दिया है। निर्माण में गड़बड़ी की कोई बात नहीं है। निर्माण के समय बस ज्वाइंट का मिलान नहीं हो पाया।
पांच महीने पहले बनकर हुआ था तैयार
दिल्ली सरकार के लोक निर्माण विभाग ने मधुबन चौक से मुकरबा चौक तक 2.60 किलोमीटर का एलिवेटेड रोड का निर्माण किया। इसका शुभारंभ जनवरी 2016 में किया गया। बाहरी ¨रग रोड पर सिग्नल फ्री कॉरिडोर के तहत एलिवेटेड का निर्माण किया गया। इस तरह का एलिवेटेड रोड मंगोलपुरी से मधुबन चौक तक भी बनाया गया है। दोनों ही एलिवेटेड रोड पर सरकार ने लगभग ढाई सौ करोड़ रुपये बचाने का दावा किया था।