बड़े उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाने वाला है यह बब्बर शेर: राहुल
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी क
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : कांग्रेस पार्टी के उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के महत्वाकांक्षी अभियान मेक इन इंडिया अभियान पर तंज कसा है। उन्होंने इसके लोगो बब्बर शेर का जिक्र करते हुए कहा कि यह केवल देश के पांच-दस उद्योगपतियों का प्रतिनिधित्व करता है जो छोटे कारोबारियों का गला पकड़ने का काम कर रहा है। सोने के गहनों पर एक फीसद उत्पाद शुल्क का फैसला भी उनको फायदा पहुंचाने के लिए लिया गया है। राहुल गांधी ने कहा कि यह केवल उत्पाद शुल्क नहीं है। यह उन लोगों की हत्या का प्रयास है। इससे सराफा उद्योग से जुड़े छह करोड़ लोगों को मारा जा रहा है, लेकिन इसका फायदा किसे होगा? इसका फायदा बड़े-बड़े उद्योगपतियों को होगा।
वह जंतर-मंतर पर सराफा कारोबारियों के विरोध प्रदर्शन को संबोधित करने पहुंचे थे। जहां राहुल-राहुल के नारों से वह गदगद भी दिखे। उन्होंने कहा कि यह बब्बर शेर उन टैक्स अधिकारियों का भी प्रतीक है जो बिना कुछ करे व्यापारियों का पैसा आपसे छीन लेंगे।
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा कि जब मेक इन इंडिया अभियान आया तो उन्हें अच्छा लगा। लगा चीन से आने वाले मोबाइल फोन का निर्माण देश में होगा। लेकिन इसके लोगो पर ध्यान गया कि आखिरकार शेर क्यों। मेक इन इंडिया का एक अभियान 60-70 साल पहले भी महात्मा गांधी द्वारा चलाया गया था तब चरखा छोटे कारोबारियों, किसानों और श्रमिकों की ताकत का प्रतीक था, जबकि टीवी पर जोर से दहाड़ने वाला बब्बर शेर उद्योगपतियों का प्रतीक है। मोदी जी जब मेक इन इंडिया की बात करते हैं तो इसका मतलब उन पांच-दस उद्योगपतियों से होता है। उन्होंने मन की बात कार्यक्रम पर भी तंज कसते हुए कहा कि मोदी जी बस अपनी बात करना चाहते हैं, लेकिन किसानों, ज्वैलर्स की मन की बात नहीं सुनना चाहते। चुटकी लेते हुए कहा कि इस मामले पर भाजपा के नेता आपका सहयोग करना चाहते हैं, लेकिन वह डर कर ऐसा नहीं कर पा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर विरोध प्रदर्शन को संबोधित करते हुए कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह ने सराफा कारोबारियों और कांग्रेस के बीच की 40 साल की दूरी का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस शासित मोरारजी देसाई की सरकार में गोल्ड कंट्रोल एक्ट लाया गया था, जिसने सोनारों को कांग्रेस का पक्का विरोधी बना दिया था। अब मोदी ने उत्पाद शुल्क लगाकर दोनों को साथ आने का मौका दिया है। हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि वर्ष 2012 में पूववर्ती कांग्रेस सरकार ने इस तरह का कानून लाया था, लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के हस्तक्षेप के बाद उसे हटा दिया गया, क्योंकि यह कारीगरों को रोजगार देने वाला क्षेत्र है।
दिल्ली कांग्रेस के अध्यक्ष अजय माकन ने कहा कि पिछली सरकार में जब इसे लाया गया था तब उन्होंने खुद इसका विरोध किया था और उनकी आवाज को सुना गया था, लेकिन आज की सरकार में यह स्थिति नहीं है। विरोध प्रदर्शन में युवक कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष राजा अमरिंदर सिंह बरार, सांसद दीपेंद्र हुड्डा, सराफा नेता रामअवतार वर्मा, योगेश सिंघल समेत अन्य लोग भी मौजूद रहे।
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