'आप' ने वित्त मंत्री से किन सवालों का जवाब मांगा है...जानने के लिए क्लिक करें
केद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को सवालों की झड़ी लगा दी। आप ने आरोप लगाया है कि वर्ष 2006 से 2012 के दौरान जेटली की धनराशि 24 करोड़ से बढ़कर 120 करोड़ रुपये हो गई है। पार्टी ने पूछा है कि नैतिकता का
नई दिल्ली। केद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली पर आम आदमी पार्टी (आप) ने शनिवार को सवालों की झड़ी लगा दी। आप ने आरोप लगाया है कि वर्ष 2006 से 2012 के दौरान जेटली की धनराशि 24 करोड़ से बढ़कर 120 करोड़ रुपये हो गई है। पार्टी ने पूछा है कि नैतिकता का पाठ पढ़ाने वाले जेटली आखिर अपने पद से कब इस्तीफा देंगे।
पार्टी ने शनिवार को भी केंद्रीय वित्त मंत्री से पाच सवाल किए। साथ ही यह भी खुलासा किया कि जिस व्यक्ति को एक कपनी का निदेशक बताया जा रहा है वास्तव में वह घर-घर जाकर अगरबत्ती बेचते हैं।
आप नेता आशुतोष और संजय सिह ने पत्रकार वार्ता में कहा कि अरुण जेटली हमें कानूनी नोटिस के जरिए डरा नहीं सकते है। दोनों नेताओं ने कहा कि आम आदमी पार्टी द्वारा डीडीसीए से संबधित उठाए गए भ्रष्टाचार के मुद्दों का सीधे तौर पर जवाब देने के बजाय अरुण जेटली अपने लोगों के जरिए कानूनी नोटिस भिजवा रहे हैं और हम लोगो को डराने की कोशिश कर रहे हैं। जबकि जेटली जी को पता नहीं है कि हम लोग आंदोलन से निकले हैं। किसी भी काम को पूरा करने से पहले नहीं रुकते। इसलिए हम लोग इससे डरने वाले नही हैं। हम इसका कानूनी जवाब देंगे।
अगरबलाी बेचने वाले को कागजों में बताया गया मैटेरियल सप्लायर
आप नेताओं का कहना है कि जिस नरेश चंद्र शर्मा को कागजों में फिरोजशाह कोटला स्टेडियम की मरम्मत के लिए लाखों रुपये के मैटेरियल्स की आपूर्ति करने वाला बताया गया है, वास्तविकता में 64 वर्षीय नरेश चंद्र शर्मा नामक व्यक्ति घर-घर जाकर अगरबत्ती बेचते हैं।
जेटली के समय में डीडीसीए मे हुई अनियमितताएं
डीडीसीए ने फिरोजशाह कोटला मैदान में विभिन्न कार्यों के लिए तीन कंपनियों स्ट्रीम मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड, अल्टीमेट आइटी सॉल्यूशंस प्राइवेट लिमिटेड और एडवेट ट्रेडिंग प्राइवेट लिमिटेड को लाखों रुपये का भुगतान किया। कारपोरेट्स मामलों के मंत्रालय के रिकार्डों के मुताबिक इन तीनो कंपनियो का पता दिल्ली के एक ही स्थान को दिखाया गया है- यू-23, अरविंद नगर, दिल्ली। यह पता पूर्वी दिल्ली के घोंडा इलाके में स्थित है। जबकि जांच में यहां पर मात्र एक डेयरी, एक गारमेंट शॉप और एक डिस्पेंसरी संचालित है। आप ने आरोप लगाया कि यह घोटाला वर्ष 2006 में शुरू हुआ, जब अरुण जेटली ने डीडीसीए में अपनी जिम्मेदारी संभाली। रिकार्ड्स के मुताबिक नरेश चंद्र शर्मा स्ट्रीम मार्केटिंग प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक हैं। नरेश चंद्र शर्मा इसी मकान के प्रथम तल पर निवास करते है।
आप ने जेटली से पूछे पांच सवाल
-अरुण जेटली द्वारा वर्ष 2006 में घोषित की गई 23.86 करोड़ रुपये की धनराशि 120 करोड़ रुपये कैसे हो गई? मात्र छह सालों में धनराशि में छह गुना वृद्धि कैसे हो गई। आपने कौन सा व्यावसायिक मॉडल अपनाया?
-मिस्टर जेटली, टवेंटी फर्स्ट सेंचुरी मीडिया प्राइवेट लिमिटेड के प्रबंध निदेशक लोकेश शर्मा को आप कब से जानते हैं?
-मिस्टर जेटली, कृपया स्पष्ट कीजिए कि लोकेश शर्मा आपके परिवारिक मित्र हैं या व्यावसायिक सहयोगी?
-मिस्टर जेटली, क्या आपके परिवार के किसी सदस्य या रिश्तेदार का संबंध ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी मीडिया प्राइवेट लिमिटेड या लोकेश शर्मा से संबधित किसी कंपनी से है या नहीं, यदि है तो कृपया इसकी जानकारी दें।
-मिस्टर जेटली, क्या आपके किसी परिवारिक सदस्य या रिश्तेदार का कोई व्यावसायिक संबंध लोकेश शर्मा अथवा ट्वेंटी फर्स्ट सेंचुरी मीडिया प्राइवेट लिमिटेड से है?
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