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    जगा भगवान में विश्वास

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    Updated: Sun, 19 Apr 2015 04:47 AM (IST)

    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज में ऑनलाइन साप्ताहिक पत्रिका स् ...और पढ़ें

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    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफंस कॉलेज में ऑनलाइन साप्ताहिक पत्रिका स्टीफंस वीकली को लेकर चल रहे विवाद के बीच मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल शनिवार को संस्थान के विदाई समारोह (डिस्मिसल सर्विस) में शरीक हुए। समारोह में केजरीवाल ने कहा कि दिल्ली विधानसभा चुनाव में मिली भारी जीत के बाद उनका भगवान में विश्वास जगा है। बता दें कि कॉलेज के छात्रों के एक वर्ग ने उनसे अभिव्यक्ति की आजादी के समर्थन में समारोह में शामिल होने का निमंत्रण ठुकरा देने का आग्रह किया था।

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    विदाई समारोह में केजरीवाल ने कहा, जब मैं जवान था तब मेरा विश्वास भगवान में नहीं था लेकिन अन्ना हजारे का आंदोलन हुआ और इस बार दिल्ली विधानसभा चुनाव में भारी बहुमत से आम आदमी पार्टी की जीत हुई। इसके बाद मेरा भगवान पर विश्वास जगा और मैंने माना कि जब आप अच्छे उद्देश्य के लिए काम करते हैं तो ब्रह्मांड की अच्छी ताकतें आपकी सहायता करती हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि नौकरशाही के स्वभाव में कोई परिवर्तन नहीं हुआ है। कुछ लोग नौकरशाही में कुशल हैं जबकि कुछ लोग नकारात्मक ऊर्जा से भरे हैं।

    सरकार के साथ काम करने के लिए किया आमंत्रित

    समारोह में केजरीवाल ने कहा, हम सरकार के साथ काम करने वाले लोगों की जिम्मेदारी तय करना चाहते हैं और जो लोग गैर जिम्मेदार हैं उनको सजा दी जाएगी। हमें दिल्ली के लोगों ने चुना है और हम उनसे किए गए सभी वादे पूरा करेंगे और दिल्ली को भ्रष्टाचार मुक्त बनाएंगे। सरकार जनता के सहयोग से काम करना चाहती है, हम आप लोगों को भी सरकार के साथ काम करने के लिए आमंत्रित करते हैं। केजरीवाल ने कहा कि विधायकों को दिया जाने वाला धन कहां खर्च हो इसका निर्णय मोहल्ला सभाएं करेंगी। समारोह में स्टीफंस कॉलेज में स्टीफंस वीकली के संस्थापक और संपादक देवांश मेहता पर सभी छात्रों की निगाहें टिकी थीं। जैसे ही कॉलेज में पढ़ाई पूरी करने के बाद मिलने वाला सर्टिफिकेट देने के लिए देवांश के नाम की घोषणा हुई, सभागार में उपस्थित छात्रों ने अपनी सीट से उठ गए। इस दौरान तालियों की गड़गड़ाहट के साथ सभागार गूंज उठा। सर्टिफिकेट लेने के बाद गाउन पहने छात्रों ने हवा में अपनी टोपी उछालकर खुशी का इजहार किया। कॉलेज प्रशासन ने इसे आंतरिक कार्यक्रम बताते हुए इसमें मीडिया को प्रवेश की अनुमति नहीं दी जिसके कारण कॉलेज के गेट के बाहर बड़ी संख्या में पत्रकार धूप में खड़े रहे।

    किसी से कोई शिकायत नहीं : देवांश

    कार्यक्रम के बाद देवांश ने कहा कि मुझे यहां आकर काफी खुशी हुई है। मुझे प्रिंसिपल अथवा किसी अन्य से कोई शिकायत नहीं है। मैं खुश हूं कि आखिरकार मैं समारोह में शामिल हुआ। समारोह में शामिल होने को लेकर उसकी मा मनीषा मेहता और साथियों ने भी खुशी जताई। स्टीफंस वीकली को फिर से शुरू करने के बारे में देवांश ने कहा कि मेरा इस कॉलेज में अंतिम वर्ष है और परीक्षाएं भी आने वाली हैं ऐसे में मैं पत्रिका को समय नहीं दे पाऊंगा लेकिन मैं चाहूंगा कि इसका संचालन हो। दिल्ली हाई कोर्ट ने हालाकि शुक्रवार को कॉलेज से देवांश के निलंबन पर रोक लगाते हुए उसे समारोह में शामिल होने की इजाजत दे दी थी।