किसानों ने दी खुली बहस की चुनौती
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली : भूमि अधिग्रहण विधेयक को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) का संसद मा
जागरण संवाददाता, नई दिल्ली :
भूमि अधिग्रहण विधेयक को लेकर भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) का संसद मार्ग पर प्रदर्शन तीसरे दिन भी जारी रहा। इस दौरान भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौ. नरेश टिकैत और अखिल भारतीय किसान आंदोलन की समन्वय समिति के सदस्य चौ. युद्धवीर सिंह ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को पत्र लिखकर भूमि अधिग्रहण विधेयक पर खुली बहस की चुनौती दी है। पत्र में उन्होंने प्रतिनिधि नियुक्त करने के साथ ही समय और स्थान तय कर किसान नेताओं को अवगत कराने की मांग की।
वहीं उत्तर प्रदेश विधान परिषद के सदस्य व कांग्रेसी नेता नसीब पठान व पंजाब से आम आदमी पार्टी के सांसद प्रो संधु सिंह ने संसद मार्ग पहुंचकर किसान आंदोलन को समर्थन दिया।
भूमि अधिग्रहण विधेयक के विरोध में संसद मार्ग पर तीन दिनों से जमा किसानों की बेसब्री सरकार द्वारा कुछ खास गंभीरता न दिखाने से बढ़ती जा रही है। किसानों के मुताबिक, एक तरफ सरकार आंदोलन को लेकर संजीदा नहीं दिखाई दे रही है। वहीं दूसरी तरफ खेती का कामकाज भी पिछड़ रहा है। ऐसे में कुछ किसानों का दल वापस लौटने भी लगा है।
फरीदकोट के सांसद संधु सिंह ने संसद मार्ग पर जमा किसानों को आश्वस्त करते हुए कहा कि उनकी मांगों को वह संसद में जोरदार तरीके से उठाएंगे। उन्होंने कहा कि सरकारों ने अन्नदाता के साथ कभी भी न्याय नहीं किया। इस दौरान भाकियू के राष्ट्रीय अध्यक्ष टिकैत ने कहा कि देशभर से आए किसान यहां जमे हैं। किसानों को इंतजार है कि क्या देश के प्रधानमंत्री किसानों से चाय पर चर्चा या मन की बात करने को लेकर इच्छुक है, या नहीं।
धरने को भाकियू के राष्ट्रीय महासचिव राजपाल शर्मा व दिल्ली प्रदेश के अध्यक्ष वीरेंद्र डागर के अलावा किसान नेता जगदीश सिंह, हरनाम सिंह वर्मा, राजा रिगा, केटी गंगाधर समेत अन्य किसानों ने संबोधित किया।
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