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    डीयू में शुरू हुआ जीवनपर्यत शिक्षा एवं विस्तार विषय में एमए

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    Updated: Wed, 16 Apr 2014 08:21 PM (IST)

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    राज्य ब्यूरो, नई दिल्ली : दिल्ली विश्वविद्यालय (डीयू) देश का पहला ऐसा विश्वविद्यालय बन गया है, जिसने जीवन पर्यत शिक्षा एवं विस्तार में परास्नातक कोर्स शुरू किया है। डीयू के डिपार्टमेंट ऑफ एडल्ट, कांटिन्यूइंग एजुकेशन एंड एक्सटेंशन डिपार्टमेंट ने जीवनपर्यत शिक्षा एवं विस्तार (लाइफलांग लर्निग एंड एक्सटेंशन) में कोर्स शुरू किया है। इस कोर्स में 34 सीटें हैं और यह चार सेमेस्टर का होगा। कोर्स के लिए ऑनलाइन आवेदन करने की अंतिम तिथि 18 अप्रैल है। इस विषय में पढ़ाई करने वाले छात्र राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा (नेट) में भी बैठ सकते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि यूरोप और अमेरिकी देशों में चार साल पहले अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह कोर्स शुरू किया गया था। इसमें सामाजिक अध्ययन, शिक्षा प्रणाली, लैंगिक समानता जैसे विषयों का समावेश होगा। अंतरराष्ट्रीय मानक के अनुरूप इस कोर्स की रूपरेखा और संरचना तैयार करने में कनाडा, ऑस्ट्रेलिया, अमेरिका और एशिया के विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों से राय ली गई है। इसका पाठ्यक्रम तैयार करने में भी इन विश्वविद्यालयों के विशेषज्ञों ने सहयोग दिया है।

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    दिल्ली विश्वविद्यालय के डिपार्टमेंट ऑफ एडल्ट, कांटिन्यूइंग एजुकेशन एंड एक्सटेंशन के विभागाध्यक्ष डॉ. राजेश ने बताया कि इस पाठ्यक्रम के तहत जो छात्र नामांकित होंगे उन्हें कौशल विकास के साथ-साथ देश की विभिन्न राष्ट्रीय, अतंरराष्ट्रीय संस्थाओं में विशेषज्ञ, प्रशिक्षक तथा शिक्षा के क्षेत्र में राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी), जिला शिक्षा एवं प्रशिक्षण संस्थान (डाइट), राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एससीइआरटी) एवं मानव संसाधन विकास मंत्रालय के राष्ट्रीय साक्षरता मिशन में परामर्शदाता के रूप में काम करने तथा सामाजिक कार्यो से जुड़े अन्य क्षेत्रों में रोजगार के अवसर प्राप्त होंगे।

    योग्यता : इस विषय में एमए करने के लिए विभाग ने सामान्य वर्ग के छात्रों को 50 फीसद तथा अन्य पिछड़ा वर्ग के छात्रों को 45 फीसद अंकों के साथ स्नातक उत्तीर्ण होना अनिवार्य है। वहीं, अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति के छात्र केवल स्नातक उत्तीर्ण होने चाहिए। कला, विज्ञान या वाणिज्य किसी भी विषय से उत्तीर्ण छात्र इसके लिए आवेदन कर सकते हैं। इस कोर्स में आवेदन करने के लिए कोई उम्र सीमा नहीं है। इसका रजिस्ट्रेशन शुल्क 500 रुपये है।

    परीक्षा : छात्रों का चयन लिखित परीक्षा के आधार पर किया जाएगा। आवेदन करने वाले छात्रों के लिए यह लिखित परीक्षा 25 जून को दिल्ली विश्वविद्यालय में शाम 3-5 बजे आयोजित की जाएगी।