विराट ने कराई भारत की बल्ले-बल्ले, फाइनल में टीम इंडिया
लक्ष्य का पीछा करते हुए बड़ी पारी खेलने में महारत हासिल कर चुके विराट कोहली की एक और मैच जिताऊ पारी की मदद से भारत ने शुक्रवार को दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को छह विकेट से हराते हुए टी-20 विश्वकप के फाइनल में अपनी जगह पक्की की। आइसीसी के बड़े टूर्नामेंटों में आखिरी चरण में आकर बार-बार हारने वाली द. अफ्रीकी टीम एक बार फिर 'चोकर्स' साबित हुई।
मीरपुर। लक्ष्य का पीछा करते हुए बड़ी पारी खेलने में महारत हासिल कर चुके विराट कोहली की एक और मैच जिताऊ पारी की मदद से भारत ने शुक्रवार को दूसरे सेमीफाइनल में दक्षिण अफ्रीका को छह विकेट से हराते हुए टी-20 विश्वकप के फाइनल में अपनी जगह पक्की की। आइसीसी के बड़े टूर्नामेंटों में आखिरी चरण में आकर बार-बार हारने वाली द. अफ्रीकी टीम एक बार फिर 'चोकर्स' साबित हुई। टूर्नामेंट में अभी तक अजेय रही भारतीय टीम अब रविवार को खिताबी जंग में श्रीलंका से भिड़ेगी।
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी दक्षिण अफ्रीकी टीम ने कप्तान फाफ डु प्लेसिस की ताबड़तोड़ अर्धशतकीय पारी की मदद से जब छह विकेट पर 172 रन बनाए तो आंकड़े उनके पक्ष में नजर आने लगे। इससे पहले दक्षिण अफ्रीका ने जब भी 166 के ऊपर स्कोर किया था, उसे हार नहीं मिली थी और टूर्नामेंट में भारत को मिला यह सबसे बड़ा लक्ष्य था। लेकिन कोहली ने 44 गेंद पर पांच चौके और दो छक्कों से सजी नाबाद 72 रन की पारी खेलकर बता दिया कि किसी भी मैच में पुराने आंकड़ों का कोई महत्व नहीं होता। टूर्नामेंट में कोहली का यह तीसरा अर्धशतक रहा।
कोहली के अलावा अजिंक्य रहाणे (32) और सुरेश रैना (21) ने अहम पारियां खेली। भारत को आखिरी छह ओवरों में जीत के लिए साठ रन की दरकार थी। विश्व स्तरीय गेंदबाजी को देखते हुए संघर्ष कड़ा नजर आ रहा था लेकिन 16वें ओवर की आखिरी गेंद पर युवराज (18) के आउट होने के बाद मैदान पर उतरे रैना ने 17वां ओवर फेंकने आए वेन पर्नेल पर 17 रन बटोरकर लक्ष्य को आसान कर दिया और कोहली ने स्टेन पर चौका जड़ते हुए पांच गेंद शेष रहते भारत को जीत दिला दी।
इससे पहले एक मैच का निलंबन झेलने के बाद टीम में वापसी कर रहे प्लेसिस ने 41 गेंद पर पांच चौकों और दो छक्कों की मदद से 58 रन की जोरदार पारी खेली। उनके अलावा जेपी डुमिनी 40 गेंद पर 45 रन और डेविड मिलर 12 गेंद पर 23 रन बनाकर नाबाद पवेलियन लौटे। अभी तक भारतीय टीम के लिए ट्रंप कार्ड साबित होते आ रहे लेग स्पिनर अमित मिश्रा सबसे महंगे गेंदबाज साबित हुए। उन्होंने तीन ओवर में 36 रन दिए और कोई विकेट नहीं निकाल सके। आर अश्विन 22 रन पर तीन विकेट लेकर सबसे सफल गेंदबाज रहे।
दक्षिण अफ्रीकी टीम ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, लेकिन भुवनेश्वर कुमार (1/33) ने सलामी बल्लेबाज क्विंटन डि कॉक (06) को पहले ही ओवर में पवेलियन भेजकर विपक्षी टीम की शुरुआत खराब करने की कोशिश की, लेकिन प्लेसिस ने भारतीय गेंदबाजों को हावी होने का मौका नहीं दिया। मोहित शर्मा के दूसरे और पारी के चौथे ओवर में उन्होंने हाशिम अमला (22) के साथ मिलकर 17 रन कूट डाले।
छठे ओवर में धौनी ने अश्विन को मोर्चे पर लगाया और उन्होंने शानदार 'कैरम बॉल' पर अमला को बोल्ड कर रनगति को थामने की कोशिश की।
दक्षिण अफ्रीका ने दस ओवर में दो विकेट पर 66 रन बनाए थे और लग रहा था कि यह टीम भी भारत को 140 से ऊपर का लक्ष्य नहीं दे पाएगी लेकिन अगले पांच ओवरों में 60 रन बटोरकर दक्षिण अफ्रीकी बल्लेबाजों ने भारतीय गेंदबाजों की नींद उड़ा दी। पारी का 13वां और अपना दूसरा ओवर फेंकने आए मिश्रा की ओवर में प्लेसिस और डुमिनी ने 17 रन बनाते हुए इस ओवर को मिश्रा के टी-20 करियर का सबसे महंगा ओवर बना डाला। धौनी ने तुरंत मिश्रा को अटैक से हटाकर अश्विन को लगाया और अश्विन ने एक और कैरम बॉल पर प्लेसिस को भी बोल्ड कर दिया। इसके साथ प्लेसिस और डुमिनी की 71 रन की साझेदारी का अंत हो गया। प्लेसिस के जाने के बाद रन बनाने का जिम्मा डुमिनी और मिलर ने बखूबी निभाया।
खास-खास
-- भारत ने पावरप्ले में 56 रन बनाए। द. अफ्रीका के खिलाफ पावरप्ले में उनके सर्वोच्च स्कोर से यह एक कम है।
-- दक्षिण अफ्रीकी गेंदबाजों ने टूर्नामेंट के दौरान पावरप्ले में सबसे घटिया इकॉनोमी रेट (8.91) के साथ गेंदबाजी की। उन्होंने हर चौथी गेंद पर एक चौका दिया।
-- टी-20 विश्वकप टूर्नामेंट के नॉकआउट चरण में हासिल किया गया यह दूसरा सबसे बड़ा लक्ष्य रहा। सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल करने का रिकॉर्ड ऑस्ट्रेलिया के नाम है। उसने 2010 के संस्करण में पाकिस्तान के खिलाफ 192 रन का लक्ष्य हासिल किया था।
-- टूर्नामेंट में कोहली ने तीसरा अर्धशतक जड़ा। उनके अलावा नीदरलैंड्स के स्टीवन माइबर्ग ने टूर्नामेंट में इतने अर्धशतक जड़े हैं। लेकिन उन्होंने कोहली (05 मैच) के मुकाबले ज्यादा (07 मैच) खेले हैं।
टीमें -
इंडिया: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान और विकेटकीपर), वरुण आरोन, रविचंद्रन अश्रि्वन, स्टुअर्ट बिन्नी, शिखर धवन, रवींद्र जडेजा, विराट कोहली, भुवनेश्वर कुमार, अमित मिश्रा, मोहम्मद शमी, अजिंक्य रहाणो, सुरेश रैना, मोहित शर्मा, रोहित शर्मा, युवराज सिंह।
साउथ अफ्रीका: फाक डू प्लेसिस (कप्तान), लोनवाबो सोत्सोबे, हासिम अमला, फरहान बेहारदिन, क्विंटॉन डी कॉक (विकेटकीपर), एबी डिविलयर्स, जीन-पॉल डूमिनि, बेरून हेंडरिक्स, इमरान ताहिर, डेविड मिलर, एल्बी मॉर्केल, मॉर्ने मॉर्केल, वायने रुनी, आरोन फेंगिसो, डेल स्टेन।
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