सहवाग ने बताया, अब भारतीयों से पंगा लेने में क्यों डरते हैं कंगारू खिलाड़ी
वीरू ने बताया है कि क्यों डरते हैं कंगारू खिलाड़ी...
नई दिल्ली, जेएनएन। टीम इंडिया के पूर्व ओपनर और मौजूदा समय में कॉमेंटेटर वीरेंद्र सहवाग का मानना है कि ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर भारतीय खिलाड़ियों की स्लेजिंग इसलिए नहीं कर रहे हैं, कि कहीं उनका इंडियन प्रीमियर लीग (आइपीएल) अनुबंध खतरे में न पड़ जाए।
दिल्ली के इस पूर्व क्रिकेटर ने कहा, 'ऑस्ट्रेलिया के खिलाड़ी इस सीरीज में स्लेजिंग से इसलिए दूर रहे क्योंकि उन्हें इस बात की चिंता थी कि कहीं वह अगले साल होने वाली आइपीएल बोली में ऊंची कीमत मिलने का मौका न गंवा दें। अगर पांच वनडे सीरीज में वे किसी भारतीय खिलाड़ी के साथ स्लेजिंग करते दिखते, तो भारतीय फ्रेंचाइजी इन ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों पर ऊंची बोली लगाने से पहले सोचती।'
आपको बता दें कि हालिया वनडे सीरीज में दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच स्लेजिंग नहीं देखने को मिली। भारत ने वनडे सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को 4-1 से मात दी।
अब दोनों देशों के बीच तीन टी-20 मैचों की सीरीज होनी है, लेकिन उम्मीद है कि इसमें भी दोनों टीमों के खिलाड़ी जुबानी कलाकारी दिखाने के बजाए, अपने खेल से एक-दूसरे को जवाब देंगे। आपको याद होगा कि एक समय में ऑस्ट्रेलियाई टीम स्लेजिंग के मामले में दुनिया भर में मशहूर थी। इंग्लैंड, भारत, दक्षिण अफ्रीका, श्रीलंका, पाकिस्तान जैसी कई टीमों के खिलाफ स्लेजिंग ऑस्ट्रेलिया का मुख्य हथियार हुआ करता था।
हालांकि. इससे पहले, इस साल की शुरुआत में हुई टेस्ट सीरीज में दोनों टीमों के खिलाड़ियों के बीच काफी स्लेजिंग देखने को मिली थी। भारतीय कप्तान विराट कोहली और ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ के बीच हुई जुबानी जंग तो काफी विवादों में आ गई थी और भारतीय मीडिया ने स्मिथ को ऑस्ट्रेलियाई मीडिया ने कोहली को अपने निशाने पर लिया था। सीरीज खत्म होने के बाद कोहली ने कहा था कि अब कोई ऑस्ट्रेलियाई उनका दोस्त नहीं रहा।
इसके बाद आइपीएल में दोनों देशों के खिलाड़ी साथ खेले। पिछले कुछ सालों में आइपीएल में साथ खेलने की वजह से भी दोनों देशों के बीच खिलाड़ियों में दोस्ती हुई है। इस कारण से भी स्लेजिंग में कमी आई है। इसके अलावा विराट कोहली का आक्रामक रूप देखकर भी स्मिथ एंड कंपनी को समझ में नहीं आता है कि उनसे कैसे निपटा जाए। अपने घर में विराट कोहली को स्लेजिंग से परेशान करने की कोशिश कर चुके कंगारुओं को कोहली ने बल्ले से ऐसा जवाब दिया था कि अब उन्हें छेड़ने से पहले कंगारू दो बार सोचते हैं।