धर्मशाला में ही होगा भारत-पाक मैच: ठाकुर
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) ने गुरुवार को साफ कर दिया कि टी-20 विश्व कप के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच 19 मार्च को होने वाला बहुप्रतिक्षित मुकाबला पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत धर्मशाला में ही होगा।
नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआइ) ने गुरुवार को साफ कर दिया कि टी-20 विश्व कप के तहत भारत और पाकिस्तान के बीच 19 मार्च को होने वाला बहुप्रतिक्षित मुकाबला पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के तहत धर्मशाला में ही होगा। बीसीसीआइ सचिव अनुराग ठाकुर ने पेप्सिको इंडिया के साथ एक करार की घोषणा के दौरान यह बात कही।
ठाकुर ने कहा कि इस संबंध में मेरी बुधवार को हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री वीरभद्र सिंह से विस्तार में बात हुई और वह इस मैच के रास्ते में आड़े आ रही बाधाओं को दूर करने के लिए तैयार हैं। राज्य सरकार अगले एक या दो दिन में अपना पक्ष स्पष्ट करेगी। मैंने मुख्यमंत्री को यह भी बताया कि बीसीसीआइ देश में हो रहे आतंकवादी हमलों के कारण अब भी पाकिस्तान के साथ द्वीपक्षीय सीरीज के पक्ष में नहीं है, लेकिन 19 मार्च को होने वाला मुकाबला विश्व कप मुकाबला है और इससे देश की प्रतिष्ठा जुड़ी है। वीरभद्र भी बीसीसीआइ के पक्ष से सहमत दिखे और उन्होंने यह आश्वासन दिया कि वह इस मैच का विरोध कर रहे पक्षों को मनाने का प्रयास करेंगे। कई पक्षों का कहना है कि किसी भी हालत में भारत-पाकिस्तान मुकाबला नहीं होना चाहिए।
अनुराग से जब यह पूछा गया कि अगर राज्य सरकार इस मैच के लिए सुरक्षा मुहैया कराने की स्थिति में नहीं होगी तो क्या बीसीसीआइ सुरक्षा के लिए अर्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग करेगा तो उन्होंने कहा कि इसकी नौबत नहीं आनी चाहिए। भारत एक सक्षम और सहिष्णु देश है। हमारे लोग हमारी वैश्विक छवि नहीं खराब होने देंगे, ऐसा मुझे पूरा विश्वास है। बीते दिनों हिमाचल सरकार ने केंद्रीय गृह मंत्रालय को पत्र लिखकर इस मैच के लिए सुरक्षा मुहैया कराने को लेकर असमर्थता जाहिर की थी। हिमाचल सरकार ने अपने पत्र में लिखा था कि भावनात्मक कारणों से वह ऐसा करने में अक्षम है, क्योंकि पूर्व सैनिक इस मैच का विरोध कर रहे हैं।
पेप्सिको के साथ चार साल का करार
बेवरेज कंपनी पेप्सिको ने फिर से बीसीसीआइ से बोर्ड के सभी घरेलू अंतरराष्ट्रीय मैचों के लिए गुरुवार बतौर एसोसिएट प्रायोजक चार साल का करार किया। पेप्सिको अक्टूबर में आइपीएल के मुख्य प्रायोजक से हटा था।
इससे पेप्सीको रिफ्रेशमेंट, स्नैक्स और ड्रिंक्स के लिए बीसीसीआइ का अधिकारिक भागीदार होगा। इसके अलावा अगले चार साल में होने वाले 80 मैचों में मैदान के अंदर के प्रायोजन पर भी उसका ही अधिकार होगा। यह घोषणा पेप्सिको के इंडियन प्रीमियर लीग का टाइटल प्रायोजक वापस लेने के चार महीने बाद हुई है। उसने 2017 में खत्म होने वाला पांच साल का अनुबंध तोड़ लिया था। अनुराग ने कहा कि पेप्सिको हमारा काफी लंबे समय से साझीदार रहा है, वह फिर से हमारा भागीदार बन गया है और अब अधिकारिक एसोसिएट प्रायोजक होगा। उन्होंने कहा कि इसके अलावा दो और पार्टनर बीसीसीआइ से जुड़ेंगे। इन तीनों सह प्रायोजकों से बीसीसीआइ को अगले चार साल में कुल 150 करोड़ रुपये मिलेंगे।