कंगारुओं का सिरदर्द बना नया खिलाड़ी, पूरी टीम डर रही इसके सामने आने से
भारतीय टीम के इस खिलाड़ी ने मेहमान ऑस्ट्रेलिया की नाक में दम किया हुआ है।
रांची, जेएनएन। ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों के लिए चाइनामैन स्पिनर कुलदीप यादव रहस्यमयी गेंदबाज साबित हो रहे हैं। उनका सामना करते समय मेहमान बल्लेबाज सहज महसूस नहीं करते। पहले टी-20 मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया की ओर से सर्वाधिक रन बनाने वाले एरोन फिंच ने माना कि कुलदीप का सामना करते समय जरा भी विचलित हुए तो आपका विकेट जाना तय है।
फिंच ने कहा कि कलाई के स्पिनर कुलदीप का सामना करते समय उनका दिमाग थोड़ा भटक गया था और वे आउट हो गए। भारत ने पहला टी-20 डकवर्थ लुइस पद्धति से नौ विकेट से जीता।
फिंच ने 42 रन पर आउट होने से पहले पांच बार स्वीप शॉट खेला था लेकिन यादव की एक फुल लेंथ गेंद पर वह चूक गए और बोल्ड हो गए। फिंच ने कहा कि मुझे लगा कि यहां स्वीप करना एक सुरक्षित विकल्प है। इससे मैं स्ट्राइक से हट सकता था और खाली जगह में खेलकर गेंद को सीमा रेखा के पार भेज सकता था।
उन्होंने आगे कहा, जिस गेंद पर मैं आउट हुआ उसमें मेरा दिमाग थोड़ा भटक गया था। कुलदीप की लेंथ नहीं पढ़ पाना महंगा पड़ गया। उन्होंने कहा, उस गेंद पर पहले मैं स्वीप करना चाहता था लेकिन फिर गेंद को लेग में चिप करने की कोशिश में आउट हो गया। इस विकेट पर उछाल का पता लगाना मुश्किल था।
आइसीसी के नए नियमों से भ्रमित हुए कंगारू
बारिश से प्रभावित पहले टी-20 मैच में आइसीसी के नए नियमों ने क्रिकेटरों को भ्रमित कर दिया। आइसीसी के 28 सितंबर को लागू किए गए नए नियमों के मुताबिक टेस्ट और वनडे की तरह टी-20 में भी डीआरएस प्रणाली को लागू किया गया है। अगर मैच दस ओवर से कम का है तो एक गेंदबाज दो ओवर तक गेंदबाजी कर सकता है।
मतलब यह हुआ कि छह ओवर के मैच में तीन गेंदबाज दो-दो ओवर की गेंदबाजी कर सकते हैं हालांकि शनिवार के मैच में सिर्फ नाथन कूल्टर नील ने दो ओवर की गेंदबाजी की, जबकि जेसन बेहरनडॉर्फ, एंड्रयू टाई, एडम जंपा और डेनियल क्रिस्टियन ने एक-एक ओवर डाला। फिंच ने कहा, मुझे पांचवें ओवर से पहले पता ही नहीं था कि मैच में डीआरएस प्रणाली है। यह किसी को तब तक नहीं पता था जब स्टीव स्मिथ ने उन्हें इसके बारे में बताया।