स्मार्ट मीटर होगा सरकार का अगला मिशन
केंद्र सरकार का बिजली क्षेत्र में अगला मिशन स्मार्ट मीटर होगा।
नई दिल्ली (जयप्रकाश रंजन)। एलईडी बल्ब तक हर भारतीय की पहुंच के बाद सरकार का बिजली क्षेत्र में अगला मिशन स्मार्ट मीटर होगा। भारत सरकार की योजना अगले चार से पांच वषों के भीतर देश में 25 करोड़ स्मार्ट मीटर बनाने या उनकी खरीद करने की है। सरकार की यह कोशिश देश में स्मार्ट मीटर का एक बड़ा बाजार बनाएगी जिसमें न सिर्फ अरबों रुपये का निवेश आएगा बल्कि रोजगार देने में भी यह अहम होगा। यह जानकारी बिजली, कोयला, नवीकरणीय व खनन मंत्री पीयूष गोयल ने यहां लंदन स्टॉक एक्सचेंज में ग्रेट ब्रिटेन के नामी गिरामी निवेशकों के साथ एक बैठक में दी।
लंदन स्टॉक एक्सचेंज में दो दिन में यह दूसरे भारतीय मंत्री की निवेशकों के साथ बैठक थी। स्पष्ट है कि विदेशी निवेशकों के बीच भारत को लेकर रुचि बढ़ती जा रही है। गोयल ने बताया कि तीन साल के भीतर सरकार की कोशिशों की वजह से भारत में एलईडी बल्ब की कीमतों में 85 फीसद की कमी आ चुकी है। यह कहानी अब स्मार्ट मीटर में दोहराई जाएगी। हम चाहते हैं कि देश के नागरिकों को महज 1000 रुपये में स्मार्ट मीटर मिले। यह संभव है क्योंकि यहां पर एक साथ 25 करोड़ स्मार्ट मीटर की जरूरत होगी।
सरकार की योजना यह भी है कि हर घर में स्मार्ट मीटर लगाये जाएं। गरीबी रेखा के नीचे रहने वालों को तो सरकार की तरफ से सब्सिडी के आधार पर यह सुविधा दी जाएगी लेकिन जो लोग इसे मासिक किस्त पर लेना चाहते हैं, उनके लिए विशेष स्कीम लाई जाएगी। इसके तहत तकरीबन सौ रुपये प्रति माह की किस्त पर हर मध्यम वर्ग परिवार यह ले सकता है। स्मार्ट मीटर को देश में बिजली की चोरी के खिलाफ एक बड़ा हथियार भी माना जा रहा है। गोयल ने बताया कि वर्ष 2019 तक देश का हर सामान्य बल्ब बदल कर वहां एलईडी लगा दिया जाएगा।
शुक्रवार से लंदन स्टॉक एक्सचेंज में एनटीपीसी की मसाला बांड्स की ट्रेडिंग शुरू हुई है। गोयल फिक्की के एक बड़े दल के साथ लंदन आए हुए हैं। एक दिन पहले ही सड़क निर्माण की सरकारी कंपनी एनएचपीसी की मसाला बांड्स की लिस्टिंग हुई है।’
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।