एससी-एसटी थाने में अमित शाह व दयाशंकर पर एफआईआर
वैशाली। बसपा प्रमुख सह पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के विरुद्ध उत्तर प्रदेश के पूर्व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष्
वैशाली। बसपा प्रमुख सह पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के विरुद्ध उत्तर प्रदेश के पूर्व भाजपा प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर के अमर्यादित बयान देने के मामले में भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह व उत्तर प्रदेश के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर के विरुद्ध मंगलवार को हाजीपुर के एससी-एसटी थाने में मामला दर्ज कर लिया गया। मामला दर्ज होने के बाद पुलिस ने कांड की जांच शुरु कर दी है। वैशाली के मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी जयराम प्रसाद के आदेश के आलोक में थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई है।
मालूम हो कि बीते 22 जुलाई को महुआ थाने के राजद नेता ब¨लद्र दास ने दोनों के विरुद्ध मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में परिवाद दायर किया था। परिवाद पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी जयराम प्रसाद ने दोनों के विरुद्ध हाजीपुर एससी एसटी थाने में मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। दायर परिवार में राजद नेता ब¨लद्र दास ने आरोप लगाया था कि बीते 20 जुलाई की रात टीवी चैनल व 21 जुलाई की सुबह अखबारों में बसपा प्रमुख सह उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती के विरुद्ध भाजपा नेता के अमर्यादित बयान का जिक्र आने से वे काफी आहत हैं।
ब¨लद्र स्वयं अनुसूचित जाति से आते हैं और मायावती के प्रति उनकी गहरी आस्था है। वे भाजपा नेता के इस बयान के लिए राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को भी दोषी मानते हैं। इसीलिए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में अमित शाह व दयाशंकर ¨सह के विरुद्ध परिवाद दायर किया गया था, जिस पर सुनवाई करते हुए मुख्य न्यायिक दंडाधिकारी ने दोनों के विरुद्ध मामला दर्ज करने का आदेश दिया था। इसी आदेश के आलोक में मंगलवार को दोनों के विरुद्ध भादवि की धारा 153 ए, 290 व 295 ए तथा एससी, एसटी एक्ट 3-1-11 एवं 3-2-5 के तहत एससी-एसटी थाने में प्राथमिकी दर्ज की गई।