इंतजार की घडि़यां हुई खत्म, छह वर्षो से रूकी ट्रेन दीपावली पर दौड़ी
जानकीनगर (पूर्णिया), संस : मुरलीगंज-बनमनखी रेलखंड पर आमान परिवर्तन के बाद गुरूवार को रेल परिचालन शुर
जानकीनगर (पूर्णिया), संस : मुरलीगंज-बनमनखी रेलखंड पर आमान परिवर्तन के बाद गुरूवार को रेल परिचालन शुरू होने से क्षेत्रवासियों में खुशी का माहौल है। दीपावली के अहले सुबह जैसे ही ट्रेन आने की सूचना लोगों को मिली, बड़ी संख्या में लोग रेलवे स्टेशन ट्रेन देखने पहुंच गए। उधर ट्रेन के पहले परिचालन को लेकर स्टेशन अधीक्षक सुजीत शरण सिंहा, धीरेंद्र मंडल, सिग्नल मेनटेनर रब्बू दिन अंसारी, राज कुमार, मो. जहूर व अन्य रेलकर्मी भी काफी प्रसन्न व सक्रिय दिखे। प्लेटफार्म पर 4:38 बजे सुबह गाड़ी नंबर 55534 के पहुंचते ही ट्रेन के चालक आरएम सरकार एवं गार्ड केके प्रसाद का स्टेशन कर्मियों एवं स्थानीय लोगों ने माल्यार्पण कर गर्मजोशी से स्वागत किया। इससे पूर्व स्टेशन अधीक्षक श्री सिंहा ने मौके पर नारियल फोड़ा तत्पश्चात मिठाईयां बांटी। मौके पर मौजूद ग्रामीण सुभाष प्रसाद सिंह, डा. शंभु सिंह, अभिषेक, मुकेश, दरोगी, दिनेश पोद्दार, अर्जुन कुमार, आसकरण सुराणा, रमण कुमार ओझा, दीनानाथ भगत सहित सैंकड़ों गणमान्य नागरिकों ने अपनी प्रसन्नता का इजहार करते हुए मौजूद चालक, गार्ड व अन्य रेल कर्मियों का स्वागत किया। सबके चेहरे पर खुशियां स्पष्ट रूप से झलक रही थी। इस दौरान जानकीनगर से बनमनखी के लिए कुल 40 टिकट बिके, स्थानीय चाय दुकानदारों ने भी चाय की खूब बिक्री की। लक्ष्मी मैया की जय, छठ मईया की जय के बीच रेल प्रशासन जिंदाबाद आदि नारे भी लगाए गए। पांच बजे बनमनखी के लिए गाड़ी प्रस्थान कर गई। पुन: एक घंटे बाद 6:18 बजे बनमनखी से चलकर जानकीनगर पहुंची, इस दौरान भी प्लेटफार्म पर लोगों की भीड़ ट्रेन देखने उमड़ पड़ी।
स्टेशन अधीक्षक श्री सिंहा ने बताया कि 23 अक्टूबर की 20:50 बजे दूसरी ट्रेन 55554 अप यहां आई एवं 24 अक्टूबर से 55553 नंबर की यही ट्रेन विभिन्न स्टेशनों से गुजरती हुई समस्तीपुर कुशलता पूर्वक पहुंची। गाड़ी में यात्रियों की अच्छी खासी भीड़ देखी गई। इस रेलखंड पर रेल परिचालन के इंतजार की खड़ियां खत्म होने पर क्षेत्रवासी काफी खुश नजर आए। मौजूद कई यात्रियों ने बताया कि सवारी वाहनों में 10 रूपए में बड़ी कठिनाईयों के साथ बनमनखी-मुरलीगंज की यात्रा करनी पड़ती थी तथा अनहोनी का भी डर लगा रहता था, ट्रेन परिचालन शुरू होने जहां आर्थिक नुकसान से छुटकारा मिलेगा वहीं अनहोनी का भी भय नहीं रहेगा। कन्हैया भगत, डा. केडी भगत, पंकज प्रेमी, बहादुर शर्मा, शिवनाथ चौधरी, किशोर, संजय कुमार यादव, प्रदीप, गौरी शंकर सहित कई अन्य के चेहरे पर मुस्कान थी कि देर से ही सही ट्रेन तो चली। विदित हो कि एक जनवरी 2012 को इस रेलखंड पर मेगा ब्लॉक लिया गया था। छह वर्षो बाद क्षेत्रवासियों को रेल परिचालन शुरू होने से राहत मिली हे, जिससे लोगों में हर्ष है।
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