रेलवे के लिए मुसीबत बनी ब्लैक टीएस एप्स, जानिए क्यों?
त्योहारों के सीजन में पटना में रेल टिकट की मारा-मारी मची रहती है। एेसे में एक बात पता चली है कि एक एप के जरिए ट्रैवेल एजेंसियां तत्काल का टिकट उपलब्ध करा देती हैं।
पटना [चन्द्रशेखर]। पूजा की भीड़ शुरू होते ही लंबी दूरी की ट्रेनों में आरक्षण नहीं मिल रहा। ट्रेनें हाउसफुल हो चुकी हैं। ऐसे में यात्री के लिए एकमात्र विकल्प तत्काल टिकट शेष रह जाता है। जब यात्री तत्काल टिकट के लिए आरक्षण काउंटर पर पहुंचते हैं तो यहां भी लंबी प्रतीक्षा सूची होती है।
लेकिन दलाल 'ब्लैक टीएस एप्स' से धड़ल्ले से मिनटों में कई टिकट बुक कर ले रहे हैं। जबकि आइआरसीटीसी ने पहले आधे घंटे तक एजेंटों के लिए तत्काल टिकट की बुकिंग पर रोक लगा रखी है। ट्रैवल एजेंसियों ने अब इसका भी काट ढूंढ लिया है। यात्री जहां प्रतीक्षा सूची की टिकट लेकर दर-दर की ठोकर खाने को विवश होते हैं। वहीं दलाल मौज कर रहे हैं।
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एजेंसियां उपलब्ध करा रहीं आरक्षण टिकट
राजधानी के विभिन्न मोहल्लों में अभी 1000 से अधिक ट्रैवल एजेंसियां चल रही हैं। अधिकांश एजेंसियों की ओर से यात्रियों को कंफर्म तत्काल टिकट मुहैया कराया जा रहा है। बदले में प्रति यात्री एक-एक टिकट पर पांच सौ से हजार रुपये अधिक तक लिए जा रहे हैं। एक टिकट पर चार से छह लोगों की बुकिंग की जा रही है।
एप्स के माध्यम से मिनटों में हो रही टिकट बुकिंग
राजधानी समेत देश के सारे बड़े शहरों की ट्रैवल एजेंसियों द्वारा ब्लैक टीएस एप्स का उपयोग किया जा रहा है। इस एप्स के जरिये काफी तेजी से टिकट की बुकिंग की जाती है। जब तक आम यात्री आइआरसीटीसी वेबसाइट पर अपना विवरण डाल रहा होता है, इस एप्स से तब तक दो-तीन टिकट बुक कर लिए जाते हैं।
इतना ही नहीं जहां ट्रैवल एजेंसी वालों को पहले आधे घंटे तक तत्काल की बुकिंग करने पर रोक लगा दी गई है, वहीं एप्स के सहारे एजेंसी वाले बेरोकटोक पर्सनल आइडी से तत्काल टिकट की बुकिंग कर ले रहे हैं।
पुलिस के समक्ष एजेंसी संचालक ने किया खुलासा
इस बात का खुलासा तब हुआ जब शनिवार को आरपीएफ ने आकांक्षा ट्रैवल एजेंसी में छापेमारी की। वहां जब्त कंप्यूटर की जब जांच की गई तो पता चला कि पिछले 15 दिनों में उसने अपने कंप्यूटर से 200 से अधिक तत्काल टिकट पर्सनल आइडी से इसी एप्स के सहारे बुक किए थे। इसकी पूरी जांच के लिए दिल्ली आरपीएफ के साइबर सेल को भी सक्रिय किया गया है। वहां से भी इस एप्स के सहारे तत्काल टिकट की बुकिंग की पुष्टि की गई है।
आरपीएफ की रडार पर हैं ऐसी 100 से अधिक ट्रैवल एजेंसियां
आकांक्षा ट्रैवल्स मामले की जांच कर रहे आरपीएफ इंस्पेक्टर वीएन कुमार ने बताया कि राजधानी में 100 से अधिक एजेंसियों को आरपीएफ ने अपने रडार पर लेकर पड़ताल शुरू की है। ब्लैक टीएस एप्स की भी छानबीन की जा रही है। गुगल पर इसे आइआरसीटीसी से एप्रूव्ड दिखाया जा रहा है जबकि आइआरसीटीसी के अधिकारी इससे इन्कार कर रहे हैं।