चलती ट्रेन से गिरफ्तार हुआ ये कुख्यात, फर्जी बेल पेपर पर जेल से हो गया था फरार
पटना पुलिस ने चलती ट्रेन से कुख्यात अपराधी दुर्गेश शर्मा को गिरफ्तार किया है। उसके सिर पचास हजार का इनाम था। कई थानों में उसके उपर केस दर्ज है।
पटना [जेएनएन]। राजधानी का मोस्टवांटेड और 50 हजार का इनामी बदमाश दुर्गेश शर्मा शनिवार को एसटीएफ ने बख्तियारपुर में गिरफ्तार कर लिया। वह तिनसुकिया एक्सप्रेस से अपनी पत्नी और बच्चे के साथ कामाख्या देवी के दर्शन के लिए असम जा रहा था। उसे बीएमपी में रखकर पूछताछ की जा रही है।
कई महीनों से दुर्गेश का सुराग लगाने में जुटी एसटीएफ को पता चला कि वह पटना आया हुआ है और राजेंद्र नगर टर्मिनल से तिनसुकिया एक्सप्रेस से अपने परिवार के साथ कामाख्या देवी के दर्शन के लिए जा रहा है।
इसके बाद आइजी ऑपरेशन कुंदन कृष्णन अपनी टीम के साथ सादे लिबास में राजेंद्र नगर टर्मिनल पहुंचे और तिनसुकिया एक्सप्रेस में सवार हो गए। बख्तियारपुर स्टेशन के पास एसटीएफ ने दुर्गेश को दबोच लिया।
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एसटीएफ दुर्गेश के साथ बख्तियापुर स्टेशन पर उतर गई और उसे पटना लेकर आ गई। उसे बीएमपी में रखा गया है और उससे पूछताछ हो रही है।
ट्रेन में सवार उसकी पत्नी अपने बच्चे के साथ मोकामा स्टेशन पर उतर गई और बख्तियापुर वापस आ गई। यहां के रेल थानाध्यक्ष से दुर्गेश से मिलवाने की जिद पर अड़ी गई। रेल थानाध्यक्ष ने उसकी गिरफ्तारी से इन्कार कर दिया।
फर्जी बेल पेपर दिखा हुआ था फरार
बात साल 2011 की है। उस वक्त दुर्गेश शर्मा पटना के बेउर जेल में बंद था। पटना पुलिस की टीम उसे दिल्ली से गिरफ्तार करके लाई थी। जेल से बाहर आने के लिए इसने अपने शातिराना अंदाज में एक फुल प्रूफ प्लान तैयार किया।
जेल में बंद अपने आका के आदेश पर इसके गुर्गों ने एक फर्जी बेल पेपर बनवाया। उसी फर्जी बेल पेपर के आधार पर वो जेल से बाहर आ गया। जब तक इस बात का पता जेल प्रशासन, पुलिस और कोर्ट को हुआ, तब तक काफी देर हो चुकी थी। कुख्यात दुर्गेश शर्मा अंडर ग्राउंड हो चुका था। तब से पुलिस की टीम उसे तलाश रही थी।
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