बिहार में जंगलराज नहीं : मुख्यमंत्री
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मेरे रहते हुए बिहार में जंगलराज नहीं आएगा। मैंने बिहार में कानून का राज कायम किया है और यह कायम रहेगा।
पटना। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि मेरे रहते हुए बिहार में जंगलराज नहीं आएगा। मैंने बिहार में कानून का राज कायम किया है और यह कायम रहेगा।
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मेरे पास बिहार के विकास एवं जनता के लिए काम करने के सिवा कोई काम नहीं है और इसके सिवा कोई काम आता नहीं है। दिन- रात मैं बिहार के विकास एवं राज्य की जनता के कल्याण के लिए तत्पर व प्रयत्नशील रहता हूं।
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बुधवार को बिहार प्रदेश तैलिक साहू समाज के अध्यक्ष व बिहार वैश्य महासभा के संरक्षक ई. कृष्णा प्रसाद ने मुख्यमंत्री की मौजूदगी में अपने सैंकड़ों समर्थकों के साथ जदयू की सदस्यता ग्रहण की। नीतीश ने कहा कि इस समाज को अति पिछड़ा वर्ग में शामिल करके अहसान नहीं किया बल्कि हक बनता था।
काम काम करने वाले दल की सरकार बननी चाहिए। भाजपा के लोग एक तरफ हिन्दुओं को मुसलमानों का डर दिखाकर वोट लेना चाहते हैं और दूसरी तरफ जंगलराज का हल्ला करते हैं।
केन्द्र को बिहार के विकास में सहयोग करना चाहिए, लेकिन भाजपा के लोग मजाक बनाते हैं। केन्द्र बिहार के विकास में अड़चन डाल रहा है और केन्द्रीय नेता गलत बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा पहले होर्डिंग बुक करा लेती थी इस बार जदयू के साथियों ने उनसे पहले होर्डिंग बुक कर ली इससे भाजपा परेशान हो गयी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि आज से गली व मोहल्ले में बैठक में चर्चा शुरू हो गयी है।
आप सभी लोगों से पूछिए कि आपके खाते में पंद्रह से बीस लाख रुपये आए। नरेन्द्र मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले सरकार बनने पर विदेशों से कालाधन वापस सबके खाते में पंद्रह से बीस लाख रुपये जमा करने का वादा किया था। लोकसभा चुनाव के बाद भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष कहते हैं कि वह तो जुमला था। उन्होंने कहा कि 2 जुुलाई से घर-घर दस्तक कार्यक्रम शुरू हो जाएगा। जदयू के प्रत्येक साथी दस घर पर दस्तक देंगे।
आठ दिन के बाद विधानसभा क्षेत्र में सम्मेलन होगा। भाजपा को बिहार का विकास पसंद नहीं है व उनके नेता राज्य सरकार के हर काम की आलोचना करते रहते हैं। भाजपा ने चुनाव आयोग से शिकायत करके बढ़ चला विकास कार्यक्रम पर दस जुलाई तक के लिए रोक लगवा दी। 11 के बाद लोगों से राय ली जाएगी कि कैसा बिहार बनना चाहिए।
पिछले दस सालों में बहुत काम हुआ है लेकिन बहुत काम होना बाकी है। हम अपने काम से संतुष्ट हो जाएंगे, तो आगे क्या करेंगे, संतुष्ट तो जनता को होना है। हम जनभावना को ख्याल मेंं रखते हुए काम करते हैं। मौके पर सांसद रामचन्द्र प्रसाद सिंह, ललन सर्राफ, संजय सिंह उर्फ गांधीजी, कमल नोपानी आदि ने विचार व्यक्त किए तथा कंचन गुप्ता ने धन्यवाद ज्ञापन किया।