यूपी-बंगाल के अपराधी रेल यात्रियों को कर रहे कंगाल
दूसरे प्रदेशों के अपराधी पटना जंक्शन, पटना साहिब और राजेंद्रनगर स्टेशन पर सक्रिय हैं। आये दिन वे चोरी व छिनतई की घटनाओं को अंजाम देते हैं।
पटना [चंद्रशेखर]। पटना जंक्शन पर 'मुसाफिर अपराधी' सक्रिय हैं। जंक्शन के साथ राजेंद्रनगर टर्मिनल व पटना साहिब स्टेशन से लेकर किउल तक उत्तर प्रदेश और पश्चिम बंगाल के अपराधी सक्रिय हैं। वे रेल यात्रियों की चेन ही नहीं चैन भी छीन रहे हैं। ट्रेन से यात्रियों का सामान गायब कर रहे हैं।
स्टेशन पर सक्रिय दूसरे राज्यों के अपराधियों के बारे में खुलासा तब हुआ जब पिछले एक सप्ताह के अंदर रेल पुलिस पश्चिम बंगाल एवं उत्तर प्रदेश के आठ शातिर अपराधियों को गिरफ्तार करने में सफल रही। पूछताछ के दौरान कई मामलों का खुलासा हुआ।
गिरोह में महिला अपराधी भी
पकड़े गए अपराधी उत्तर प्रदेश के हरदोई, देवरिया, गोरखपुर व मऊ जिले और पश्चिम बंगाल के 24 परगना, आसनसोल, वद्र्धमान, दुर्गापुर के मुंचीपाड़ा व हावड़ा जिले के हैं। इन अपराधियों में पुरुष व महिला दोनों शामिल हैं। इनके अलावा राज्य के कटिहार के कोढ़ा, बेतिया के नरकटियागंज, लौरिया, झारखंड के साहेबगंज, बराकर, गिरीडीह, धनबाद आदि थाना क्षेत्र के अपराधी भी हर दो-तीन माह पर यहां पहुंचते हैं। एक सप्ताह रुकते हैं और चोरी, छिनैती की घटनाओं से मोटी राशि जुटाकर वापस अपने क्षेत्र में चले जाते हैं।
जक्कनपुर में लॉज संचालक देता है संरक्षण
हैरानी की बात यह है कि सारे अपराधी जक्कनपुर थाना क्षेत्र के एक होटल-सह-लॉज में आकर रुकते हैं। इसका संचालक उन्हें पुलिस से संरक्षण देता है। उनके चोरी के माल को गोदाम में रखवा देता है। बदले में मोटी राशि अलग से लेता है। इस होटल में पुलिस के कई कांस्टेबल आकर खाते-पीते रहते हैं। हर राज्य के अपराधियों के गिरोह का सरगना अलग होता है।
जंक्शन पर पकड़े गए बंगाल के अपराधी से खुलासा
गुरुवार को पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर 10 पर गया जा रही एक महिला यात्री के गले से चेन लूटकर भाग रहे एक अपराधी को यात्रियों ने दौड़ाकर पकड़ लिया था। उसकी जमकर धुनाई कर दी। फिर उसे पुलिस के हवाले कर दिया गया। पूछताछ के दौरान उसने काफी चौंकाने वाले तथ्यों को उजागर किया।
गिरफ्तार अपराधी पश्चिम बंगाल के 24 परगना जिले के हरदा थाना अंतर्गत बराइपुर निवासी छावेद अली मुल्ला का पुत्र है। उसने सरगना का नाम मो. हनीफ बताया। हनीफ बंगाल के 24 परगना के 100 से अधिक अपराधियों का सरगना है। वह दस-दस लोगों की टीम लेकर पटना आता है। खुद वह दूसरे होटल में ठहरता है जबकि अन्य अपराधियों को जक्कनपुर थाना के निकट स्थित एक लॉज में ठहराता है।
गिरोह में कम उम्र की महिलाएं भी
गिरोह के सदस्य जो भी लूटपाट या पॉकेटमारी करते हैं, वह हनीफ के जिम्मे ही रहती है। पकड़े जाने पर अपने गिरोह के सदस्यों की जमानत भी करवाता है। वह बदल-बदल कर अपराधियों को पटना लाता है जिससे किसी को शक नहीं होता। उसके गिरोह में 40 से अधिक महिलाएं भी हैं जो महिला यात्रियों के बीच घुसकर उनके पर्स से मोबाइल व नकदी के साथ ही जेवरात भी गायब कर देती हैं। कम उम्र की महिलाएं तो काफी बन-ठनकर रहती हैं परंतु अधिक उम्र की महिलाएं गंदे कपड़े में गोद में बच्चा लिए रहती हैं। उनके साथ-साथ एक-दो छोटे बच्चे भी चलते रहते हैं। इन बच्चों की आड़ में वे पॉकेटमारी करती हैं।
एक-चौथाई राशि रखता है सरगना
मो. हनीफ अपने आदमियों को कमाई की आधी राशि वापस कर देता है। शेष आधी राशि का आधा भाग पुलिस को मैनेज करने एवं गिरोह के सदस्यों के रहने-ठहरने पर खर्च किया जाता हैं। बची राशि हनीफ का हिस्सा होती है। गिरोह के सारे सदस्य पटना में एक ही होटल में आकर ठहरते हैं। महिलाओं के ठहरने की अलग से व्यवस्था होती है।
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पिछले एक सप्ताह में गिरफ्तार महिला अपराधी
- टूंपा वेद्या एवं सुनीता वेद्या- मुंचीपाड़ा, दुर्गापुर, आसनसोल।
- मनमती देवी, गुड्डी देवी, पूनम देवी, पूजा कुमारी - मऊ, उत्तर प्रदेश।
- प्रतिमा देवी - देवरिया
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