सीएम नीतीश ने कहा, शिक्षा माफियाओं को मिलेगी वो सजा कि याद रखेंगे सभी
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि बिहार में शिक्षा व्यवस्था को दुरुस्त करने की जरूपत है। उन्होंने कहा कि जो भी खामियां हैं उन्हें जबतक ठीक ना कर लूं तबतक चैन से नहीं बैठूंगा।
पटना [वेब डेस्क]। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा है कि मैट्रिक-इंटर की परीक्षाओं में जब-तक धांधली खत्म नहीं कर देते तबतक चैन से नहीं बैठेंगे। परीक्षा की ऐसी फूलप्रूफ व्यवस्था लागू होगी, जो देश में नजीर बनेगी। उन्होंने कहा कि इंटर घोटाले की जो जांच चल रही है, उसके सही पाए जाने पर एेसी कठोर कार्रवाई की जाएगी कि यह कार्रवाई मिसाल बनेगी।
मुख्यमंत्री सोमवार को श्रीकृष्ण मेमोरियल हॉल में शिक्षक दिवस के मौके पर आयोजिक शिक्षकों के सम्मान समारोह को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने कहा कि मीडिया ने इस बार टॉपर का साक्षात्कर लेकर परीक्षा में हो रही गड़बड़ी को उजागर किया। इसके लिए हम धन्यवाद देते हैं। अगर यह मामला उजागर नहीं होता तो पता नहीं कितनें दिनों तक यह धांधली यूं ही बिहार में चलती रहती।
अब पता चलने के बाद हम सभी को आश्वस्त करते हैं कि परीक्षा में थोड़ी सी भी गड़बड़ी की जब तक गुंजाइश बची रहेगी, तब-तक चैन से नहीं बैठेंगे। हम भरोसा कर पदाधिकारियों को काम सौंपते हैं, लेकिन कुछ हैं जो भरोसा तोड़कर गड़बड़ी करते हैं। ऐसे लोगों को सजा जरूर मिलेगी।
स्टूडेंट कार्ड योजना से आसानी से लोन मिलने लगेंगे
उन्होंने कहा कि उच्च शिक्षा में बिहार के युवाओं की पहुंच राष्ट्रीय औसत से काफी कम है। इसे 13 फीसदी से बढ़ा कर 40 फीसदी तक करने का लक्ष्य है। इसके लिए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना शुरू की गई है। इसके तहत छात्रों को आसानी से चार लाख तक लोन मिलेंगे।
बैंकों से हर मुद्दे पर बात हो चुकी है। लोन और उसके सूद की गारंटी बैंकों को राज्य सरकार दे रही है। अब लोन के लिए छात्रों को बैंकों का चक्कर नहीं लगाना होगा। 20 से 25 साल के युवाओं को प्रतिमाह दो साल तक स्वयं सहायता भत्ता मिलेगा।
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गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विशेष ध्यान
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शिक्षक सम्मान समारोह में कहा कि स्कूलों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पर विशेष ध्यान दिया गया है। गुणवत्ता ऐसा विषय है, जिस पर चर्चा विकसित देशों में भी होती है। गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए शिक्षकों को प्रशिक्षण की व्यवस्था की गई है।
ट्रेनिंग कॉलेजों के सुदृढ़ीकरण के लिए विश्व बैंक से लोन लिए गए हैं। लड़कियों की शिक्षा को लेकर राज्य सरकार ने कई योजनाएं चलाई, जिसका लाभ मिला। आज लड़कियां बड़ी संख्या में इंटर तक ही शिक्षा सुविधा राज्य में ग्रहण कर रही हैं।
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श्री कुमार ने कहा कि बिहार में मेडिकल कॉलेज, इंजीनयिरिंग कॉलेज, आईटीआई, नर्सिंग कॉलेज पर्याप्त संख्या में खुलने जा रहे हैं, ताकि यहां के बच्चों को किसी तरह की शिक्षा के लिए बाहर नहीं जाना पड़े। उनमें गुणवत्तापूर्ण शिक्षा मिले, यह जिम्मेदारी शिक्षकों को निभाना है। विश्वविद्यालय प्रशासन को उन्होंने कहा कि पढ़ाई, परीक्षा और रिजल्ट समय पर निकले, यह सुनिश्चित करें।
पॉलिसी सप्ताह भर में स्टार्ट-अप होगी लागू
जो युवा अपने बलबूते उद्यम करना चाहते हैं, उनकी सहायता करने के लिए 500 करोड़ का वेंचर कैपिटल फंड बनाया गया है। वैसे युवाओं की सहायता करेंगे जो अपने लिए नहीं, बल्कि अन्य युवाओं को अपने उद्यम के जरिए रोजगार देना चाहते हैं। युवाओं को आगे बढ़ाने के लिए यह योजना बनाई गई है। उन्होंने कहा कि स्टार्ट-अप पॉलिसी सप्ताहभर के अंदर लागू की जाएगी।