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    सुशील मोदी ने फिर लगाया बड़ा आरोप, कहा-लालू ने शराब फैक्ट्री से भी बनाए करोड़ों

    By Kajal KumariEdited By:
    Updated: Wed, 12 Apr 2017 11:14 PM (IST)

    सुशील मोदी ने एक बार फिर लालू परिवार पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि लालू ने शराब फैक्ट्री से भी करोड़ों रुपये कमा लिए। लालू का पूरा परिवार घोटाले में शामिल है।

    सुशील मोदी ने फिर लगाया बड़ा आरोप, कहा-लालू ने शराब फैक्ट्री से भी बनाए करोड़ों

    पटना [जेएनएन]। लालू प्रसाद पर पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी का हमला जारी है। मंगलवार को मोदी ने लालू परिवार पर नए आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि लालू यादव ने बिहटा में शराब की फैक्ट्री खोलवाकर उसके मालिक ओम प्रकाश कत्याल और अमित कत्याल की कंपनी की पटना शहर में स्थित करोड़ों की जमीन हथिया ली।

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    उन्होंने कहा तेजस्वी यादव और राबड़ी देवी को भी यह बताना होगा कि केवल 55 हजार रुपये का निवेश करके वे करोड़ों की कंपनी के मालिक कैसे बन गए?

    मोदी ने अपने आरोप के पक्ष में दस्तावेज जारी करते हुए कहा कि राबड़ी देवी के कार्यकाल में लालू यादव ने बिहटा में हरियाणा के कारोबारी ओम प्रकाश कत्याल और अमित कत्याल की शराब फैक्ट्री आइसबर्ग इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड खोलवाई।

    इसी दरम्यान 28 सितंबर 2006 को एके इंफोसिस्टम प्राइवेट लिमिटेड नाम से एक कंपनी गठित हुई। इसमें अमित कत्याल और उनके भाई राजेश कत्याल और अन्य डाइरेक्टर थे। कंपनी में जून 2014 में तेजस्वी यादव, तेज प्रताप यादव,चंदा यादव और रागिनी लालू को निदेशक  बना दिया गया। चंदा यादव और रागिनी लालू तो अभी भी इस कंपनी की निदेशक हैं। 

    मोदी के अनुसार अमित कत्याल ने तेजस्वी यादव को 1500 शेयर और राबड़ी देवी को 4000 शेयर ट्रांसफर कर दिए। इस तरह अमित कत्याल और राजेश कत्याल की यह कंपनी आज पूरी तरह से लालू परिवार के कब्जे में है। उन्होंने कहा कि इस कंपनी में अब मात्र दो डायरेक्टर चंदा यादव और रागिनी लालू हैं तथा कंपनी का शत प्रतिशत शेयर राबड़ी देवी और तेजस्वी यादव के पास है।

    भाजपा नेता ने कहा कि जिस तरह डिलाइट मार्केटिंग को रेलवे के दो होटल लीज पर देने के एवज में कोचर परिवार से 200 करोड़ मूल्य की दो एकड़ से अधिक जमीन लिखवा ली गई, ठीक उसी तरह शराब फैक्ट्री लगवाने के एवज में इसके मालिक अमित और राजेश कत्याल की पटना शहर में करोड़ों की जमीन का लालू परिवार मालिक बन बैठा है।

    मोदी ने कहा कि सरकारी पद पर रहते हुए किसी को लाभ पहुंचाने के एवज में जमीन, संपत्ति या पैसा, काम कराने के पहले या बाद में लिया जाना भ्रष्टाचार अधिनियम के दायरे में आता है। लालू यादव को यह बताना चाहिए कि कत्याल परिवार ने आखिर इस कंपनी के अपने सारे शेयर राबड़ी और तेजस्वी यादव को क्यों ट्रांसफर किए? कत्याल से लालू परिवार का कोई खून का रिश्ता भी नहीं है।

    अपनी संपत्ति का विवरण दें लालू

    मोदी ने कहा कि लालू यादव स्वयं इस बारे में बताएं कि पंद्रह साल के शासन काल में पद का दुरुपयोग करके उन्होंने पटना और बिहार में कहां-कहां संपत्ति अर्जित की है। अन्यथा एक-एक करके वह उनकी संपत्तियों के बारे में उन्हें बेनकाब करेंगे।

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    मुख्यमंत्री आवास के दुरुपयोग का भी आरोप 

    मोदी ने कहा कि मुख्यमंत्री आवास के पते का दुरुपयोग करने वालों पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को प्राथमिकी दर्ज करानी चाहिए। उन्होंने कहा 26 जून 2014 को चंदा यादव और 30 सितंबर को रागिनी लालू को डिलाइट मार्केटिंग का डायरेक्टर बनाया गया। तेज प्रताप और तेजस्वी यादव ने कंपनी रजिस्ट्रार के यहां दिए गए कागजात पर डायरेक्टर के नाते हस्ताक्षर किए। तब क्या उन्हें यह मालूम नहीं था कि उनका वर्तमान पता मुख्यमंत्री आवास नहीं है।

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