बिहार के 'डॉन' की सेल्फी पर सियासत शुरु, तेजी से वायरल हुआ फोटो
राजद के पूर्व सांंसद और बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन का बिल्कुल नया लुक सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। इसके बाद बिहार में सेल्फी पर सियासत तेज हो गयी है।
पटना [जेएनएन]। सीवान की जेल में बंद राजद के पूर्व सांसद मोहम्मद शहाबुद्दीन के नए लुक की तस्वीरें सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही हैं। राजद के पूर्व सांसद और बाहुबली नेता मोहम्मद शहाबुद्दीन ने पहली बार अपना गेटअप बदला है, हालांकि सिवान पुलिस ने दावा किया है कि ये पुरानी तस्वीर है।
जदयू ने सेल्फी के तहकीकात की मांग की
शहाबुद्दीन की सेल्फी पर सियासत तेज हो गयी है। जदयू के प्रवक्ता संजय सिंह ने कहा है कि शहाबुद्दीन की तस्वीरें जेल से कैसे मिलीं इसपर जांच होनी चाहिए। साथ ही यह सेल्फी कब की है? उनके समर्थकों में इस सेल्फी को लेकर गजब का प्यार देखा जा रहा है इसीलिये ये तस्वीरें तेजी से वायरल हो रही हैं। इसकी जांच होनी चाहिए।
कांग्रेस ने भी कहा - सेल्फी की जांच कराओ
वहीं कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और राज्य के शिक्षामंत्री अशोक चौधरी ने भी कहा है कि शहाबुद्दीन की सेल्फी तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हुई है। ये तस्वीरें कहां से आईं? कब की हैं? नई हैं या पुरानी हैं और जेल से बाहर कैसे आईं? इसकी जांच जरूरी है।
अब तक उनके बेशुमार समर्थकों या मीडिया ने उनकी घनी मूंछों और सर पर घने बालों वाली तस्वीर ही देखी है लेकिन इस बार जो गेटअप सीवान के साहेब ने अख्तियार किया है, वह बिलकुल ही अलग है और इस लुक को सोशल मीडिया पर खूब देखा जा रहा है।
सिवान जेल में छापेमारी, चार मोबाइल, सिमकार्ड मिले
फोटो वायरल होने के बाद उसके समर्थक कुछ दिन पहले उससे मिलने जेल पहुंचे थे। यह सूचना मिलने के बाद सीवान जेल प्रशासन के निर्देश पर जेल में छापेमारी शुरू की गयी है। पुलिस को जांच में 4 मोबाइल और इतने ही सिम कार्ड मिले हैं।
चार लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज
जेल अधीक्षक के नेतृत्व में हुई छापेमारी के बाद जेल प्रशासन की ओर से चार लोगों के खिलाफ एफआइआर दर्ज की गई है। जेल के अंदर से चार मोबाइल और चार सिम कार्ड भी मिले हैं।
जेल से बाहर की है फोटो!
वायरल फोटो सीवान जेल से बाहर की है। इसकी जानकारी लगते ही अधिकारी सीवान जेल पहुंच गए हैं। वे यहां पर फोटो के सच की वस्तु स्थिति की जांच कर रहे हैं।
ईश्वर की शरण में शहाबुद्दीन
कहा जा रहा है कि शहाबुद्दीन अपनी कानूनी लड़ाई में आस्था का भी सहारा लिया है। सूत्र कहते हैं कि किसी मौलवी की सलाह पर शहाबुद्दीन ने ऐसा किया है। लेकिन शहाबुद्दीन को जानने वाले इससे इंकार कर रहे हैं।
शहाबुद्दीन राजद के पूर्व सांसद हैं। दो भाईयों की हत्या के आरोप में इन दिनों जेल में बंद हैं। शहाबुद्दीन 13 साल बाद 10 सितंबर 2016 को भागलपुर जेल से बेल पर बाहर निकले थे। लेकिन ठीक बीस दिनों के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश से शहाबुद्दीन जेल के उसी कमरे में बंद कर दिए गए, जहां पहले रहा करते थे।
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सुप्रीम कोर्ट का फैसला आते ही अचानक से बदले घटनाक्रम के तहत शहाबुद्दीन ने सीवान कोर्ट पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया था। लंबे दौर से सलाखों के पीछे कैद रहने की वजह से भी शहाबुद्दीन के चेहरे पर उम्र का असर भी दिखने लगा है।
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वहीं इस नए लुक में सीवान के साहब ने सर पे घने लंबे बालों को जीरो साइज ट्रिम बाल और घनी मूंछो की जगह एक दम जीरो साइज ट्रिम मूंछ के साथ हलकी शेव में बिलकुल अलग ही दिख रहे हैं।
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