105 साल का बिहार अब हो रहा जवान, पीएम मोदी ने दी बधाई
आज बिहार 105 साल का हो गया है। गांधी मैदान में बिहार दिवस का भव्य आयोजन किया गया है। पीएम मोदी ने भी समस्त बिहार वासियों को बिहार दिवस की शुभकामनाएं दी हैं।
पटना [जेएनएन]। बिहार 22 मार्च को 105 साल का हो गया। अपनी ढलती उम्र के साथ बिहार जवान हो रहा है। हैप्पी बर्थ डे मनाने के लिए पूरी तैयारी पटना के गांधी मैदान में कर ली गई है। तीन दिनों तक बिहार दिवस के अवसर पूरे प्रदेश में उत्सव मनाया जाएगा। मुंबईया कलाकारों के द्वारा रंगारंग कार्यक्रम प्रस्तुत किए जाएंगे।
दरअसल, 22 मार्च 1912 को बिहार बंगाल से अलग हुआ था। इसलिए हर साल 22 मार्च को बिहार सरकार बिहार दिवस मनाती है। इस उत्सव को मनाने की परंपरा 2011 से शुरू हुई थी। तीन दिनों तक पटना के गांधी मैदान में भव्य कार्यक्रम का आयोजन किया जाता है।
पीएम मोदी ने दी शुभकामनाएं
इस अवसर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी बिहारवासियों को बधाई दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार के लोगों को बिहार दिवस की बधाई दी है। बुधवार की सुबह पीएम ने ट्वीट कर लोगों को बधाई दी। इस ट्वीट में उन्होंने ‘बिहार दिवस’ के अवसर पर बिहार की जनता को बधाई दी। पीएम मोदी ने यह ट्वीट हिंदी में किया।
आमतौर पर पीएम मोदी के ट्वीट अंग्रेजी में होते हैं, लेकिन बिहार दिवस की बधाई देने को उन्होंने हिन्दी चुना जो की बिहार में बोलचाल की भाषा भी है। पीएम ने ट्वीट कर लिखा है कि बिहार दिवस के अवसर पर बिहार की जनता को मेरी ढ़ेरों शुभकामनाएं!
बिहार दिवस के अवसर पर बिहार की जनता को मेरी ढ़ेरों शुभकामनाएं!
— Narendra Modi (@narendramodi) March 22, 2017
अप्रैल 2016 से ही संपूर्ण बिहार में शराबबंदी लागू करने के बाद बिहार में इस बार ये कार्यक्रम शराबबंदी और नशामुक्ति के थीम पर मनाया जा रहा है।
सज-धज तैयार है गांधी मैदान
मुख्य कार्यक्रम राजधानी पटना में है जहां का गांधी मैदान सज-धज कर तैयार है। बुधवार को शाम पांच बजे बिहार दिवस (22 मार्च) के कार्यक्रमों का आगाज होगा जिसके बाद लगातार तीन दिनों तक बिहार दिवस की धूम रहेगी।
गांधी मैदान को दुल्हन की तरह से सजाया गया है। प्रकाशोत्सव के बाद लोगों को दूसरी बार गांधी मैदान की खूबसूरती देखने को मिल रही है। जगह-जगह इंद्रधनुषी द्वार, बड़े-बड़े पैवेलियन, खूबसूरत स्टॉल लगाय गये हैं तो लाइटिंग और लेजर शो की भी व्यवस्था की गई है।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने भी राज्यवासियों को बिहार दिवस की शुभकामनाएं दी हैं।
दिल्ली और गुजरात में भी मनाया जा रहा बिहार दिवस
बिहार दिवस सिर्फ बिहार में ही नहीं बल्कि दिल्ली के साथ ही गुजरात में भी मनाया जा रहा है। बिहार दिवस के अवसर पर गुजरात में भी बसे बिहारी बिहार दिवस मना रहे हैं। इस अवसर पर मुख्य अतिथि के तौर पर नेता प्रतिपक्ष प्रेम कुमार भी मौजूद रहेंगे।
ऐसे पड़ा बिहार नाम
बताया जाता है कि बिहार नाम संभवत: बौद्ध विहारों के विहार शब्द से पड़ा है। बिहार की राजधानी पटना समेत कई शहर गंगा किनारे बसा हुआ है। बिहार की राजधानी पटना को पहले पाटलिपुत्र के नाम से जाना जाता था। पाटलि वृक्ष की वजह से पटना का नाम पाटलिपुत्र पड़ा था।
ऐसे अलग हुआ बिहार
बिहार बंगाल से 22 मार्च 1912 को अलग हुआ था। आधुनिक इतिहास में 1857 के प्रथम सिपाही विद्रोह में बिहार के बाबू कुंवर सिंह ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 1935 में बिहार से उड़ीसा को अलग कर दिया गया। वहीं, 2000 में बिहार से झारखंड अलग हो गया।
94,153 वर्ग किलोमीटर में बिहार का पूरा इलाका फैला हुआ है। यहां की कुल आबादी 10,38,04,637 है। इलाके के हिसाब से देश का 13वां सबसे बड़ा राज्य है। वहीं, आबादी के हिसाब से तीसरा सबसे बड़ा राज्य है। यहां के लोग जीवकोपार्जन के लिए कृषि पर निर्भर हैं।
अंतरराष्ट्रीय पहचान
बिहार का अतीत काफी गौरवमयी रहा है। बिहार को ज्ञान की धरती कहा जाता है। वहीं, लोकतंत्र की पहली जननी वैशाली भी बिहार में ही है। अतंराराष्ट्रीय नालंदा विश्वविद्यालय की पूरे विश्व में अलग पहचान थी। फिर से उसे कई देशों के सहयोग से शुरू किया गया है।
इसके विक्रमशिला और ओदंतपुरी विश्वविद्यालय बिहार के गौरवशाली अध्ययन केंद्र थे। बिहार में कुल नौ प्रमंडल और 38 जिला हैं। जिन्हें 101 अनुमंडलों में बांटा गया है।
बिहार के इतिहास के बिना भारत का इतिहास अधूरा है, तो इसके पीछे वाजिब तर्क और ऐतिहासिक प्रमाण भी हैं, जिसकी वजह से बिहार दुनिया के मानचित्र में लंबे समय तक भारत की राजनीति का केंद्र बिंदु रहा है।
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