इस तोते की वजह से उड़ गई थी अधिकारियों की नींद, जानिए
पटना के चिडि़याघर से एक आस्ट्रेलियन तोता उड़ गया था जो मीठापुर में पकड़ा गया। इसकी वजह से यहां के कर्मचारियों और अधिकारियों की नींद उड़ गई थी। कर्मचारी इसे पकड़ने के लिए मारे-मारे फिर रहे थे।
पटना [जेएनएन]। संजय गांधी जैविक उद्यान के पिंजड़े से बीते सोमवार को उड़ गए आस्ट्रेलियन पक्षी मकाव को उद्यानकर्मियों ने मंगलवार की देर रात पकड़ लिया। यह अब पक्षी अस्पताल में है। वह भूखा-प्यास भी था और थक गया था। अस्पताल में उसे आहार में सेब, बादाम वगैरह दिया गया। अभी चिकित्सकों की देखरेख में है।
मंगलवार की देर रात वह दयानंद हाई स्कूल, मीठापुर के पास एक पेड़ पर पकड़ा गया। शाम में जक्कनपुर में एक चिकित्सक के घर की छत पर देखा गया था, जहां उद्यानकर्मियों का दल पहुंचा तो फिर उड़ गया। आखिरकार, वह पकड़ा गया और कर्मियों ने राहत की सांस ली।
उद्यानकर्मियों के लिए यह वेरी इंपॉर्टेंट बर्ड (वीआइबी) इसलिए भी है कि इसका मामला कोर्ट में चल रहा है। डेढ़ साल पहले भारत-नेपाल स्थित रक्सौल से मकाव पांच की संख्या में जब्त किए गए थे। इन पर एक व्यक्ति ने दावा कर रखा है और यह अभी उद्यान के संरक्षण में है। उद्यान के पिंजड़े से इनमें दो भाग गए थे। एक को तो उसी दिन पकड़ लिया गया, दूसरे ने खूब चकमा दिया।
यह भी पढ़ें: बोले जीतनराम- अल्पसंख्यकों को ठगते हैं लालू, मैं दूंगा उचित सम्मान
एक और ने की भागने की कोशिश
बुधवार को भी एक मकावने पिंजड़े से भाग निकलने की कोशिश की, लेकिन विफल रहा। उसने पिंजड़े की जाली के कुछ हिस्से को काट दिया था। वह निकल ही रहा था कि कर्मियों की नजर पड़ गई। उसे तुरंत अंदर कर पिंजड़े की जाली को मजबूती से बांधा गया।
कमेंट्स
सभी कमेंट्स (0)
बातचीत में शामिल हों
कृपया धैर्य रखें।