बिजली के क्षेत्र में बिहार ने बढ़ाया एक और कदम, पढ़ें...
कांटी थर्मल पावर स्टेशन की अन्य दो यूनिटों के शुरु होनें से अब चंद दिनों में ही बिहार को 390 मेगावाट ज्यादा बिजली मिलना संभव होगा। जनवरी 2016 तक अकेले कांटी से राज्य को कुल कुल 610 मेगावाट बिजली मिल सकेगी।
पटना। कांटी थर्मल पावर स्टेशन ने बिजली के क्षेत्र में एक बड़ी छलांग लगा ली है। कभी 220 मेगावाट बिजली पैदा करने वाली इस पावर स्टेशन की अन्य दो यूनिटों से अब चंद दिनों में ही 390 मेगावाट बिजली मिलना संभव होगा। जनवरी 2016 तक अकेले कांटी से राज्य को कुल 610 मेगावाट बिजली मिल सकेगी।
मुजफ्फरपुर जिले में स्थापित कांटी बिजली उत्पादन निगम लिमिटेड (केबीयूएनएल) की मेहनत के बाद यहां की यूनिट तीन और चार को विस्तारित करने का काम लगभग पूरा हो गया है। यूनिट चार में कुछ कार्य शेष है। संभावना जताई गई है कि अगले साल जनवरी तक इसे भी चालू कर दिया जाएगा। यूनिट तीन को पूरी तरह से तैयार कर लिया गया है। एक-दो दिनों के अंदर इसका उद्घाटन संभावित है।
उर्जा विभाग से मिली जानकारी के मुताबिक मुजफ्फरपुर जिले में वर्ष 1985 में स्थापित किए गए कांटी पावर प्लांट को विस्तारित करने और यहां से उत्पादन क्षमता को बढ़ाने के लिए तकरीबन तीन साल पहले कार्य शुरू हुआ था।
शुरू में योजना के तहत मुजफ्फरपुर की दो यूनिटों की उत्पादन क्षमता बढ़ाकर 250 मेगावाट प्रति यूनिट किया जाना था, लेकिन एयरपोर्ट अथॉरिटी से अनापत्ति प्रमाण पत्र न मिलने की वजह से दोनों यूनिटों की क्षमता को घटाकर 195 मेगावाट प्रति यूनिट कर दिया गया।
अब इन दो यूनिट में से एक के विस्तार का कार्य पूरा कर लिया गया है। उर्जा विभाग के सूत्रों ने बताया कि इस महीने एक यूनिट का उद्घाटन हो जाएगा, जबकि दूसरी यूनिट से उत्पादन का कार्य जनवरी 2016 में होना प्रारंभ होगा। कांटी थर्मल पावर स्टेशन की यूनिट संख्या तीन और चार के एक साथ चालू होने की स्थिति में बिहार को यहां से अब तक मिलने वाली 220 के स्थान पर 610 मेगावाट बिजली मिलने लगेगी।
कांटी थर्मल पॉवर प्लांट की योजना पर एक नजर
यूनिट एक : 110 मेगावाट
यूनिट दो : 110 मेगावाट
यूनिट तीन से होगा 195 मेगावाट उत्पादन
यूनिट चार से भी होगा 195 मेगावाट उत्पादन
कुल क्षमता होगी 610 मेगावाट