नालंदा के अनाथ आश्रम से गोद ली गई बच्ची की अमेरिका में मौत, पिता गिरफ्तार
नालंदा के मदर टेरेसा अनाथ आश्रम से गोद ली गयी बच्ची सरस्वती (भारतीय नाम, अमेरिकी नाम शेरिन मैथ्यूज) का शव बरामद होने के बाद ह्यूस्टन की पुलिस ने उसके पिता को गिरफ्तार कर लिया है।
बिहारशरीफ [जेएनएन]। मदर टेरेसा अनाथ आश्रम, नालंदा से गोद ली गई बच्ची सरस्वती की मौत अमेरिका में हो गई। हॉस्टन पुलिस ने बच्ची का शव रविवार को बरामद किया है, उसकी पहचान होने के बाद गोद लिए हुए पिता को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मदर टेरेसा अनाथ आश्रम की संचालिका बबीता देवी ने इस घटना की कड़ी शब्दों में निंदा करते हुए कहा कि बच्ची सरस्वती की मौत से हम सबों को काफी आघात पहुंचा है।
उन्होंने बताया कि बीते वर्ष 13 जुलाई 2016 को अमेरिकी दंपती वेसिली मैथ्यूज, पत्नी मिनी सिमी ने यहां से बच्ची को गोद लिया था। गोद लेने के समय ही सारी कागजी प्रक्रिया पूरी कर ली गई थी। उन्होंने बताया कि अमेरिकी दंपती ने तीन साल के मासूम बच्ची सरस्वती को दूध नहीं पीने की बात पर घर से निकाल दिया।
इसके बाद बच्ची इतने दिन तक कहां रही किसी को पता नहीं चला। काफी खोजबीन के बाद भी उसका कहीं सुराग नहीं मिला। अचानक रविवार को बच्ची का कंकाल मिलने से सनसनी फैल गई। बच्ची के कंकाल की पहचान सरस्वती के रूप में की गई। इसके बाद इसकी जानकारी नालंदा जिले के मदर टेरेसा अनाथ आश्रम की संचालिका बबीता देवी को दी गई।
इधर बच्ची को घर से बाहर निकालने तथा अनाथ आश्रम से गोद लेने वाली दंपती के खिलाफ पुलिस ने गिरफ्तारी वारंट जारी किया था। बबीता ने बताया कि बच्ची के दूध नहीं पीने की छोटी से भूल पर उसे घर से निकाल देना मानवता को शर्मसार करने वाली घटना है। ऐसे लोगों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। ताकि भविष्य में कोई भी व्यक्ति इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न कर सके।
इधर सरस्वती की मौत की जानकारी मिलते ही नालंदा मदर टेरेसा अनाथ आश्रम में शोकसभा का आयोजन कर उसकी आत्मा की शांति के लिए दो मिनट का मौन रखा गया। वहीं पुलिस इस घटना के अनुसंधान में जुटी है कि आखिरकार इस बच्ची की मौत की वजह क्या है। इन सभी बिन्दुओं पर अमेरिका की पुलिस गंभीरता से जांच में जुट गई है।
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