दूल्हे का काला रंग देखकर मंडप छोड़कर भागी दुल्हन, बोली-नहीं करूंगी शादी
दूल्हे का काला रंग देखकर दुल्हन ने शादी करने से इंकार कर दिया। उसके बाद परिवार वालों ने बारात सहित दूल्हे को कैद कर लिया। दहेज का सारा सामान लेने के बाद उसे छोड़ा।
पटना [जेएनएन]। दूल्हे का काला रंग देखकर मंडप पर दुल्हन ने उसके साथ शादी करने से इंकार कर दिया। रोसड़ा थाना क्षेत्र के सिंहमा गांव में दूल्हे से एक दुल्हन ने शादी के मंडप में सिर्फ इसलिए शादी से इंकार कर दिया कि दूल्हे का रंग काला था।
घटित इस घटना में न सिर्फ लड़की ने शादी से इंकार कर दिया, बल्कि लड़की के इंकार के बाद उसके परिजनों ने दूल्हे समेत बारातियों को भी बंधक बना लिया। दूसरी सुबह गांव के पूर्व मुखिया तुफैल खान, सरपंच पति सुभाष ठाकुर के साथ गांव के प्रबुद्ध लोग सिंहमा पहुंचे और तिलक में ली गई नकदी व सामान वापस करा दूल्हे और बारातियों को बंधन से मुक्त कराया।
जानकारी के अनुसार बखरी प्रखंड के सलौना निवासी इंदल कुमार और समस्तीपुर जिला के रोसड़ा अनुमंडल के सिंहमा निवासी कुमकुम कुमारी की शादी विगत 23 अप्रैल को होनी थी। इसके लिए दोनों ही परिवारों ने पूरे धूमधाम से इसकी तैयारी की।
इसके लिए कई दिन पहले से ही नाच गान और विधि-व्यवहार की रस्म अदायगी दोनों ही परिवार की ओर की जाती रही। खुशी-खुशी बारात निकली और लड़की के दरवाजे पर पहुंची। जहां लड़की वालों एवं ग्रामीणों ने उसका भरपूर स्वागत किया।
इधर अपने दूल्हे का इंतजार कर रही लड़की भी सज धर कर तैयार थी। नाश्ते के बाद लड़का और लड़की ने एक -दूसरे को जयमाला पहनायी। लेकिन जब शादी के लिए दूल्हा मंडप पर पहुंचा तो दुल्हन ने उससे शादी करने से ही इंकार कर दिया और मंडप छोड़कर चली गई।
देखते ही देखते जैसे पूरे शादी मंडप में भूचाल आ गया। दूल्हा इंदल कुमार दो घंटे तक शादी के मंडप में लड़की का इंतजार करता रहा कि लड़की अब आकर उसका हाथ थाम लेगी। परंतु, लड़की लौट कर नहीं आई। बाद में लड़का समेत बारातियों के साथ मारपीट की गई और फिर बंधक बना लिया गया।
लड़का इंदल कुमार की बहन सुनीता देवी ने बताया कि मामला तनावपूर्ण होने के बाद दोनों पक्षों में पंचायत हुई। पंचायत के बाद शादी में खर्च के रुपये वसूल कर लड़के वालों को रिहा किया गया। इसके बाद मुंह लटकाए दूल्हा सहित बारात गांव लौट आई।
लड़का का भाई रूदल राय ने बताया कि इस घटना के बाद यह सवाल भी उठाया जा रहा है कि लड़की अपने प्रेमी के साथ फरार हो गई। दोनों ही समाज के लोगों ने जब लड़की को समाज के सामने उपस्थित होने को कहा तो लड़की अपने घर से फरार थी।
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ग्रामीण एवं घटना के प्रत्यक्षदर्शी रामलखन दास ने कहा, बिन लड़की के बारात का वापस आ जाना और काला होने पर शादी से इंकार कर देने की बात लड़के के गांव में जंगल के आग की तरह फैल गई है। इसको लेकर लड़के के घर पर भीड़ इकट्ठा होकर फिल्मी अंदाज में घटी इस घटना के बारे जानने के इच्छुक हैं।
इसके लिए लड़के के घर पर पूरे दिन मजमा लगा रहा। मां बाप की रजामंदी से तय हुई इस शादी में पहले न लड़का काला था और न लड़की गोरी। परंतु, अचानक रंग रूप का यह असर इस क्षेत्र में एक इतिहास बन गया। फिल्मी अंदाज में घटी यह घटना समाज के सामने एक उदाहरण है कि अब लड़कियों पर फिल्मी चलन का असर सर चढ़कर बोलने लगा है।