कानपुर रेल हादसा: गिरफ्तार तीन साजिशकर्ताओं को छह दिनों की जेल
मोतिहारी कोर्ट ने कानपुर ट्रेन हादसे की साजिश रचने वाले तीन अपराधियों को छह दिनों के लिए पुलिस रिमांड पर जेल भेज दिया है।
मोतिहारी [जेएनएन]। पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आइएसआइ के इशारे पर पूर्वी चंपारण के घोड़ासहन में रेल ट्रैक व ट्रेन उड़ाने की साजिश रचने के मामले में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए तीन शातिर बदमाशों को मोतिहारी कोर्ट ने छह दिनों के पुलिस रिमांड पर जेल भेज दिया है।
मोतिहारी कोर्ट ने पुलिस को हिरासत में लिए गए इन तीनों लोगों को रिमांड पर रखने की इजाजत दे दी है। इसके पहले पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र राणा ने रक्सौल के पुलिस उपाधीक्षक राकेश कुमार व आदापुर के थानाध्यक्ष को न्यायिक प्रक्रिया पूरी कर अविलंब तीनों को रिमांड करने का आदेश दिया था। तीनों से पुलिस को लंबी पूछताछ करनी है।
पुलिस यह जानना चाह रही है कि पकड़े गए लोगों को नेपाल से लेकर भारत के किन-किन स्थानों पर आइएसआइ के कनेक्शन के बारे में जानकारी है। साथ ही कानपुर में रेल हादसे को कराने में किस स्तर पर आइएसआइ ने साजिश की थी और उक्त साजिश के तहत कैसे ट्रेन हादसा कराया गया?
वहीं घोड़ासहन में रेलवे ट्रैक पर इम्प्रोवाइज्ड एक्सप्लोसिव (आइईडी) लगाने में कौन सी तकनीक का इस्तेमाल किया गया था और उसमें कौन-कौन से लोग शामिल थे।
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बताया गया है कि पुलिस की ओर से न्यायालय में गिरफ्तार कर जेल भेजे गए आदापुर के बखरी निवासी मोती पासवान, मुकेश यादव व रक्सौल के उमाशंकर प्रसाद उर्फ उमाशंकर पटेल को रिमांड पर लेने के लिए आवेदन दे दिया है। उम्मीद है कि आज (बुधवार को) ही न्यायालय से पुलिस को तीनों बदमाशों को रिमांड पर लेने की अनुमति मिल सकती है।
मोती पासवान ने कानपुर रेल हादसा व घोड़ासहन में आइईडी लगाने में आइएसआइ का हाथ होने का खुलासा
किया है। बता दें कि रक्सौल के पुलिस उपाधीक्षक राकेश कुमार के नेतृत्ववाली पुलिस टीम ने आदापुर के बखरी निवासी मोती पासवान, मुकेश यादव व रक्सौल के उमाशंकर प्रसाद उर्फ उमाशंकर पटेल को गिरफ्तार किया था।
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मंगलवार को एसपी जितेन्द्र राणा के संवाददाता सम्मेलन में इस बात खुलासा हुआ था कि मोती पासवान ने नेपाल में बैठे आइएसआइ के एजेंट ब्रजकिशोर गिरी के इशारे पर आदापुर के ही दीपक व अरुण के अलावा अन्य लोगों के साथ मिलकर घोड़ासहन में आइईडी लगाया था।
मोती पासवान ने पुलिस को दिए स्वीकारोक्ति बयान में बताया था कि कानपुर में सियालदह-अमजमेर ट्रेन हादसा आइएसआइ के इशारे पर कराया गया था। इसके बाद पुलिस लगातार इस पड़ताल में लगी है कि देश के किन-किन हिस्सों में आइएसआइ ने नेपाल में बैठे कारिंदे के इशारे पर घटनाओं को अंजाम दिलवाया है।
तत्काल आदापुर थाने में दर्ज मामले में रिमांड मांगा है पुलिस ने
तीनों शातिर बदमाशों को तत्काल पुलिस ने आदापुर थाने में दर्ज कांड संख्या-7/2017 में रिमांड करेगी। बताया गया है कि इस मामले के जांचकर्ता ने रक्सौल के अनुमंडल न्यायिक दंडाधिकारी के न्यायालय में आवेदन दिया है।
आवेदन में मुकदमे की जांच के लिए तीनों से पूछताछ को जरूरी बताते हुए जांचकर्ता ने सभी को पांच दिनों के रिमांड पर देने की अनुमति न्यायालय से मांगी है। मामले की जांच के लिए दूसरे प्रदेश की पुलिस भी मोतिहारी पहुंची है।
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