बिजली बांट रही शहर में बीमारी
अनीष को सुबह स्कूल जाना था, लेकिन सुबह में वह समय से उठ नहीं सका। असल में वही क्या परिवार का कोई सदस्य समय पर नहीं उठ सका। लिहाजा, उसका स्कूल छूट गया। ...और पढ़ें

बक्सर । अनीष को सुबह स्कूल जाना था, लेकिन सुबह में वह समय से उठ नहीं सका। असल में वही क्या परिवार का कोई सदस्य समय पर नहीं उठ सका। लिहाजा, उसका स्कूल छूट गया। केवल स्कूल ही नहीं छूटा, बल्कि एफए 1 की परीक्षा से भी वह वंचित हो उठा। यह परेशानी केवल अनीष की नहीं है। ऐसे बहुतेरे लोग हैं, जिनकी दिनचर्या इन दिनों बिजली की दयनीय स्थिति के चलते गड़बड़ा गयी है। या यूं कहें कि लो-वोल्टेज ने लोगों का जीना मुहाल कर दिया है।
बिजली की इस समस्या से शहर का शायद कोई इलाका अछूता नहीं है। वैसे कोईरपुरवा अंग्रेज कब्रिस्तान के आसपास का इलाका तो इससे खासतौर पर परेशान है। बीती रात को ही लें, बिजली की स्थिति इतनी दयनीय थी कि इलाके के लोगों ने जगकर रात बितायी। ऐसे में सुबह की उनकी दिनचर्या गड़बड़ा गयी। दूसरी तरफ मौसम भी अपना तेवर चढ़ाए हुए है। बारिश के बाद खिली धूप में उमस काफी बढ़ गयी है। ऐसे में लोगों को बिजली की तलब और बढ़ गयी है। जबकि, बिजली है कि रहने के बाद भी मुंह चिढ़ाने का काम कर रही है। इलाके के अनिरुद्ध् ¨सह, अशोक ¨सह आदि ने बताया कि लो-वोल्टेज के चलते रात की नींद हराम हो जा रही है। आये दिन इस तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। इन लोगों ने बताया कि उनके इलाके में औसतन सौ किलोवाट से भी कम बिजली रह रही है। जिससे उनके घरों में रखे इलेक्ट्रानिक उपकरण भी बेकार साबित हो रहे हैं। इन लोगों ने बताया कि सरकार लाख बिजली देने का वायदा करे लेकिन उस बिजली से क्या फायदा जो लोगों के काम न आये।

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