गंदगी से पटा है गंगा घाट, श्रद्धालु ¨चतित
अगामी 2 अप्रैल को चैती छठ का पहला अर्घ्य अर्पित होगा।
बक्सर : अगामी 2 अप्रैल को चैती छठ का पहला अर्घ्य अर्पित होगा। शहर के बगल में कल-कल बहती पतित पावनी गंगा के घाटों पर कही भी ऐसी कोई जगह नही बची है जहां सहज रूप से बैठकर छठ व्रती भगवान भाष्कर को अपना अर्घ्य अर्पित कर सकें। इसको लेकर प्रशासन द्वारा साफ सफाई के कोई इंतजाम नहीं किए जाने से श्रद्धालुओं में पर्व को लेकर भारी ¨चता है।
चैत्र नवरात्र के ही बीच चैती छठ पूजा का भी आयोजन होता है। इस बार 2 अप्रैल को अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा जबकि 3 अप्रैल को उदीयमान सूर्य की पूजा होनी है। ऐसे में अब छठ पूजा में महज चंद रोज ही बाकी हैं। पर, लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा को ले न तो अब तक जिला प्रशासन संजिदा है और न नगर परिषद द्वारा ही इसको लेकर कोई प्रयास किए जा रहे हैं। चैत्र नवरात्र के दौरान होने वाली छठ पूजा में पहले तो बहुत कम ही आस्थावान शरीक होते थे। पर अब चैती छठ पूजा के दौरान भी बेहद भीड़ होने लगी है। ऐसे में नगर के मौनी बाबा मंदिर पर मौजूद एक मात्र सूर्य मंदिर के पास आस्था के इस महापर्व को मनाने के लिए भारी तादाद में श्रद्धालु पहुंचते हैं। इस आशय की जानकारी देते हुए घाट पर मौजूद विश्वनाथ प्रसाद केशरी एवं बरमेश्वर प्रसाद केशरी ने बताया कि यहां मौजूद घाट पर गंदगी का इतना अंबार लगा है कि वहां बैठकर पूजा करना नामुमकिन है। कमोबेश यही स्थिति हर घाट की है। ऐसा कोई घाट नहीं जहां साफ-सफाई और स्वच्छता के प्रतीक छठ महापर्व पर भगवान भाष्कर को अर्घ्य अर्पित किया जा सके। बंगला घाट की हालत ऐसी ही है कि चारों तरफ घने झाड़ झंखाड़ उगे हुए हैं। कही भी एक इंच ऐसी जगह नही है जहां बैठकर कुछ पल बिताया जा सके और भगवान सूर्य को अर्घ्य अर्पित किया जा सके।
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