110 की स्पीड से दौड़ी 11 डिब्बे वाली ट्रेन
भागलपुर। हंसडीहा से बारापलासी के बीच नई रेल की कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) जांच
भागलपुर। हंसडीहा से बारापलासी के बीच नई रेल की कमिश्नर ऑफ रेलवे सेफ्टी (सीआरएस) जांच बुधवार को पूरी हो गयी। जांच के दूसरे दिन रेल संरक्षा आयुक्त व डीआरएम की टीम ने नोनीहाट से बारापलासी के बीच के रेलवे ट्रैक व अन्य तकनीकी कार्य की जांच की। जांच प्रक्रिया के अंतिम चरण में बारापलासी से हंसडीहा के बीच 110 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से 11 कोच वाली ट्रेन को चलाया गया। हंसडीहा स्टेशन पर हावड़ा जाने दौरान रेलवे के अधिकारियों ने बताया कि जांच के क्रम में किसी प्रकार की खामी नहीं मिली। नियम के अनुसार रेलवे संरक्षा आयुक्त अपनी जांच रिपोर्ट रेलवे बोर्ड, दिल्ली को सौपेंगे। उसके बाद बोर्ड के निर्देश पर डिवीजन इस नए मार्ग पर रेल सेवा शुरू करेगा।
डीआरएम ने बताया कि बोर्ड का आदेश है कि भागलपुर से रामपुरहाट वाया दुमका रेल लाइन को मेन लाइन बनाना है। इसके तहत जल्द ही भागलपुर से दुमका सीधी ट्रेन सेवा शुरू की जाएगी। उन्होंने बताया कि आसनसोल से दुमका होकर भागलपुर के लिए भी ट्रेन चलाने की योजना है। इधर, हाई स्पीड ट्रेन को हंसडीहा तक लाने वाले ट्रेन के लोको पायलट महेन्द्र रजक, सहायक लोको पायलट एके ¨सह ने बताया कि ट्रैक पर किसी भी प्रकार की तकनीकी खामी नजर नहीं आई। आसनसोल डिवीजन के एक पदाधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि संभवत सितंबर तक रेल सेवा शुरू होने की पूरी उम्मीद है। रेलवे अब भागलपुर के रास्ते हावड़ा जाने वाली मालगाडि़यों का परिचालन इस नए रेल मार्ग पर ही होगा, ताकि समय और खर्च में बचत हो।

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