खुले में शौच से मुक्ति दिला सकती हैं महिलाएं : पाथ
अगर समाज की सभी महिलाएं दिलो दिमाग से चाह लें तो वे समाज को खुले में शौच से मुक्ति ।
औरंगाबाद। अगर समाज की सभी महिलाएं दिलो दिमाग से चाह लें तो वे समाज को खुले में शौच से मुक्ति दिला सकती हैं। समाज को कई जानलेवा व घातक बीमारी से बचा सकती हैं। इसके लिए महिलाओं को स्वास्थ्य व स्वच्छता के प्रति जागरूक होना पड़ेगा। खुले में शौच करने से उसमें जन्में वैक्टिरिया, वायरस, मच्छर व मक्खी से सैकड़ों बीमारियां होती है। उपरोक्त बातें पाथ के प्रखंड मोनिटर अरविन्द कुमार सिन्हा ने हसपुरा प्रखंड के सिहाड़ी के आँगनबाड़ी केन्द्र संख्या 39 पर मंगलवार को आयोजित सामुदायिक बैठक में कही। श्री सिन्हा ने कहा कि गंदगी में जन्म लेने व पलने वाले मादा मच्छर से दर्जनों लाईलाज व जानलेवा बीमारियां मलेरिया, डेंगू, चिकनगुनिया व मस्तिष्क ज्वर होता है। इनमें से मस्तिष्क ज्वर सबसे ज्यादा लाइलाज व जानलेवा है जो क्यूलेक्स नामक मादा मच्छर के काटने से होता है। इससे लोगों को बचने की आवश्यकता है वरना यह कहर ढा सकता है। मच्छरजनित बीमारियों से बचने के लिए अपने घरों व उसके आसपास के इलाके की सफाई पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पर बल दिया। स्वच्छ पानी पीने व कीटाणु मुक्त भोजन करने की सलाह दी। सेविका चंचला देवी, सहायिका जीरामणी देवी उपस्थित थीं।
ओडीएफ को ले बीडीओ ने की बैठक
दाउदनगर (औरंगाबाद):
प्रखंड कार्यालय में बीडीओ अशोक प्रसाद ने ओडीएफ को ले बुधवार को बैठक की। विकास मित्रों को इसके बारे में बताया। वार्ड स्टार पर ओडीएॅ़फ बनाने का लक्ष्य रखा गया है। इसके लिए पांच सदस्यीय कमिटी गठित की जाएगी। इसमें वार्ड सदस्य, जीविका सदस्य, आंगनबाड़ी सेविका, शिक्षक व आशा कार्यकर्ता शामिल होंगे। हर घर शौचालय पर निगरानी रखी जाएगी। लोगों को खुले में शौच से मुक्ति के लिए समझाया जाएगा। नहीं मानने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
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