ब्रिटेन ने चीन के लिए जासूसी करने के दो आरोपितों के खिलाफ आरोप वापस लिए, नहीं मिले पुख्ता सबूत
ब्रिटेन में चीन के लिए जासूसी करने के आरोपित दो लोगों पर अब मुकदमा नहीं चलेगा। इनमें ब्रिटेन की संसद में कार्यरत एक पूर्व शोधकर्ता भी शामिल है। क्रिस्टोफर कैश और क्रिस्टोफर बेरी पर आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन करने का आरोप था। अभियोजकों के अनुसार सबूतों की लगातार समीक्षा के बाद यह तय हुआ कि आरोपितों के खिलाफ पर्याप्त साक्ष्य नहीं हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटेन में चीन के लिए जासूसी करने के आरोपित दो लोगों पर अब मुकदमा नहीं चलेगा। आरोपितों में ब्रिटेन की संसद में कार्यरत एक पूर्व शोधकर्ता भी शामिल है।
30 वर्षीय क्रिस्टोफर कैश और 33 वर्षीय क्रिस्टोफर बेरी ने 2021 के अंत और फरवरी 2023 के बीच ब्रिटेन को ऐसी जानकारी या दस्तावेज प्रदान करके आधिकारिक गोपनीयता अधिनियम का उल्लंघन करने से इन्कार किया था जो किसी दुश्मन के लिए उपयोगी और ब्रिटेन की सुरक्षा या हितों के लिए हानिकारक हो सकते थे।
चीनी खुफिया एजेंट होने का था संदेह
आरोपितों पर एक-दूसरे और एक ऐसे व्यक्ति के संपर्क में रहने का आरोप था, जिस पर चीनी खुफिया एजेंट होने का संदेह था। इन लोगों पर अगले महीने लंदन के केंद्रीय आपराधिक न्यायालय में मुकदमा चलाया जाना था, लेकिन अभियोजकों ने सोमवार को कहा कि मामला आगे नहीं बढ़ सकता।
क्राउन प्रासिक्यूशन सर्विस ने एक बयान में कहा कि इस मामले में सुबूतों की लगातार समीक्षा की जा रही है और अब यह तय हो गया है कि आरोपित अपराध के लिए साक्ष्य पूरे नहीं हुए हैं। अब कोई और सुबूत पेश नहीं किया जाएगा।
(न्यूज एजेंसी एपी के इनपुट के साथ)
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