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    ट्रंप के बाद EU को खटक रही भारत और रूस की दोस्ती, आखिर क्यों यूरोपीय संघ ने जताई चिंता?

    Updated: Wed, 17 Sep 2025 07:12 PM (IST)

    यूरोपीय संघ ने भारत और रूस के संबंधों पर चिंता जताई है। EU की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन ने समान मूल्यों वाले साझेदारों पर जोर देने की बात कही। EU की उपाध्यक्ष काजा कैलास ने रूस के साथ भारत के सैन्य अभ्यास और तेल खरीद को रिश्तों में बाधा बताया। उन्होंने कहा कि साझेदारी व्यापार के साथ अंतरराष्ट्रीय नियमों की रक्षा पर भी टिकी है।

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    रूस संग भारत के रिश्तों पर यूरोपीय संघ की चिंता (फाइल फोटो)

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। भारत और रूस के रिश्तों को लेकर यूरप ने अपनी चिंता जाहिर की है। यूरोपीय संघ (EU) की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयन ने कहा कि अब समय है ऐसे साझेदारों पर जोर देने का जिनके साथ साझा मूल्यों और हित हो। लेकिन EU की उपाध्यक्ष और विदेश नीतिक प्रमुख काजा कैलास ने कहा कि रूस संग भारत के सैन्य अभ्यास और तेल खरीद हमारे रिश्तों को गहराने में बाधा बनते हैं।

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    कैलास ने साफ कहा कि साझेदारी सिर्फ व्यापार नहीं, बल्कि नियम-आधारित अंतरराष्ट्रीय व्यवस्था की रक्षा पर भी टिकी है। उनका कहना था कि जब रूस यूक्रेन से युद्ध कर रहा है, तब भारत का रूसी तेल खरीदन और अभ्यास में शामिल होना मुश्किलें खड़ी करता है।

    भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है EU

    इसके बावजूद यूरोप और भारत दोनों चाहते हैं कि आपसी साझेदारी मजबूत हो। EU ने भारत के साथ रक्षा और सुरक्षा में भी नजदीकी बढ़ाने की योजना बनाई है। फिलहाल EU भारत का सबसे बड़ा व्यापारिक साझेदार है और पिछले 10 सालों में दोनों का व्यापार 90% बढ़ा है। EU और भारत का लक्ष्य है कि साल 2025 के अंत तक मुक्त व्यापार समझौते (FTA) पर बातचीत पूरी कर ली जाए।

    अमेरिका ने भी भारत पर दबाव बनाया था। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अगस्त में भारतीय निर्यात पर 50% टैरिफ लगा दिए थे, वजह थी रूस से भारत की तेल खरीद। हालांकि, भारत ने कहा कि वह अपने राष्ट्रीय हित में फैसले करेगा और रूस-यूक्रेन युद्ध शुरू होने के बाद अमेरिका ने ही भारत को रूस से तेल खरीदने के लिए प्रोत्साहित किया था ताकि दाम काबू में रहे।

    ट्रंप ने पीएम मोदी को भेजा संदेश

    बाद में हालात सुधरे और ट्रंप और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया पर एक-दूसरे की तारीफ की और ट्रंप ने जन्मदिन की शुभकामनाएं दी। इसके बाद दोनों देशों के बीच बातचीत फिर से पटरी पर लौट रही है।

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