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    अनाम वहशी, आधा दानव, आधा इंसान...137 साल बाद इस सीरियल किलर की पहचान, क्वीन विक्टोरिया की भी उड़ गई थी रातों की नींद

    Updated: Sun, 16 Feb 2025 11:42 PM (IST)

    लंदन के कुख्यात हत्यारे जैक द रिपर की 137 साल बाद असली पहचान सामने आई है। ब्रिटिश इतिहासकार रसेल एडवर्ड्स के अनुसार अपराध स्थल से मिले डीएनए साक्ष्यों से पता चला है कि यह हत्यारा आरोन कोस्मिंस्की नामक 23 वर्षीय पोलिश आप्रवासी था जो मानसिक बीमारी से ग्रस्त था। 1888 से 1891 के बीच उसने लंदन के व्हाइटचैपल इलाके में कई महिलाओं की हत्या की थी।

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    ये हत्यारा इतना खतरनाक था कि इसके नाम भर से ही लोगों को रोंगटे खड़े हो जाते थे।

    डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। आज से करीब 137 साल पहले विक्टोरियन इंग्लैंड के वक्त लंदन के पूर्वी इलाके में एक हत्यारे के खौफ से पूरे शहर सहमा हुआ था। ये हत्यारा इतना खतरनाक था कि इसके नाम भर से ही लोगों को रोंगटे खड़े हो जाते थे। इसे लोग 'जैक, द रिपर' के नाम से जानते थे।

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    जैक द रिपर को लेकर कहा जाता है कि उसने कई हत्याएं की थीं लेकिन आधिकारिक तौर पर उसने पांच महिलाओं को मौत के घाट उतार दिया था। जैक द रिपर ने पांचों महिलाओं के गले को तेज धार वाले खास हथियार से रेता था। लेकिन सबसे चौंकाने वाली यह है कि उस वक्त दुनिया भर की नजर खींचने वाला जैक द रिपर कभी पकड़ा नहीं गया।

    137 साल बाद जैक द रिपर के राज का पर्दाफाश

    पुष्टि की गई पीड़ित में मैरी निकोल्स, एनी चैपमैन, एलिजाबेथ स्ट्राइड, कैथरीन एडडोवेस और मैरी जेन केली।हालांकि इतिहास के सबसे कुख्यात अनसुलझे रहस्यों में से एक जैक द रिपर की असली पहचान 137 साल बाद आखिरकार सुलझ गई है।

    न्यूयॉर्क पोस्ट के अनुसार , ब्रिटिश इतिहासकार और लेखक रसेल एडवर्ड्स का दावा है कि अपराध स्थल से हासिल डीएनए सबूत इस कुख्यात हत्यारे का संबंध 23 वर्षीय पोलिश आप्रवासी आरोन कोस्मिंस्की से जोड़ते हैं, जिसकी बाद में 1919 में एक मानसिक चिकित्सालय में मृत्यु हो गई थी । एडवर्ड्स ने बताया कि हत्या की जगह पर बरामद शॉल के फोरेंसिक जांच से यह सफलता मिली।

    कब और कैसे करता था हत्या?

    जैक द रिपर ने 1888 और 1891 के बीच लंदन के व्हाइटचैपल जिले में आतंक मचाया था, जिसमें महिलाओं को निशाना बनाया गया था। इनमें ज़्यादातर सेक्स वर्कर थीं।

    कोस्मिंस्की बचपन इंग्लैंड चला गया था। व्हाइटचैपल में वह एक नाई के तौर पर काम करता थे। 1885 तक उसमें गंभीर मानसिक बीमारी के लक्षण दिखने लगे और आखिरकार उसे मानसिक अस्पताल भेज दिया गया। 53 साल की उम्र में अपनी मौत से पहले वह कथित तौर पर बौखला गया था, उसे भम्र होता था, वह खाना और नहाने से डरता था।

    जब लंदन में जैक द रिपर ऊर्फ कोस्मिंस्की ने हत्या की थी, उस वक्त ब्रिटेन की महारानी विक्टोरिया ने भी व्हाइटचैपल का दौरा किया था। लोगों जैक द रिपर को अनाम वहशी, आधा इंसान और आधा दानव कहकर बुलाते थे।

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