गाड़ी चलाते समय बेहोश हुई मां... 12 साल के बच्चे की सूझबूझ ने कैसे किया कार को कंट्रोल; मामला देख पुलिस भी दंग
ब्रिटेन में एक 12 वर्षीय लड़के, जैक हॉवेल्स ने अपनी मां निकोला क्रम्प की जान बचाई, जो गाड़ी चलाते समय बेहोश हो गई थीं। जैक ने 60 किमी/घंटा की रफ्तार स ...और पढ़ें
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12 साल के बच्चे ने कैसे बचाई अपने मां की जान? (फोटो- सोशल मीडिया)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। ब्रिटेन में एक 12 साल के लड़के की सूझबूझ के कारण उसकी मां की जान बच गई। बताया जा रहा है कि मां वाहन चलाने के दौरान बेहोश हो गई थीं, जिसके बाद लड़के ने अपना दिमाग लगाया जिससे एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया।
दरअसल, 12 साल के बच्चे की पहचान जैक हॉवेल्स के रूप में हुई है। वह अपनी मां निकोला क्रम्प के साथ गाड़ी से यात्रा कर रहा था। इस दौरान उसकी मां की तबीयत बिगड़ी और वह वाहन चलाने के दौरान वह बेहोश हो गईं। ठीक इस दौरान जैक हॉवेल्स ने स्टीयरिंग व्हील पकड़ा और अपनी मां निकोला क्रम्प के गाड़ी चलाते समय बेहोश होने के बाद कार को सुरक्षित जगह पर ले गए। बताया जा रहा है कि इस दौरान वाहन की गति करीब 60 घंटे प्रतिकिलोमीटर की रफ्तार में थी।
क्या है पूरा मामला?
रिपोर्ट्स के अनुसार, नोकिला अपने बेटे के साथ मार्केट जा रही थीं। वह जब सड़क पर वाहन चला रही थीं, इस दौरान उनको थोड़ी दिक्कत महसूस हुई और उन्होने वाहन रोकने की कोशिश की। हालांकि, इससे पहले ही वह बेहोश हो गईं और गाड़ी अनियंत्रित हो गई। इस दौरान बच्चे ने स्टेयरिंग संभाली और धीरे-धीरे वाहन की गति को कम किया और वाहन को साइड में खड़ा किया।
इस घटना को याद करते हुए निकोला ने बताया कि हम सुबह 5:30 बजे घर से निकले थे। इस दौरान सब ठीक है। हालांकि, कुछ समय बाद मुझे महसूस हो रहा था कि मैं बेहोश हो रही हूं। इस दौरान मैं अपने बेटे को तबीयत के बारे में बताने जा रही थी, उससे पहले ही बेहोश हो गई।
बच्चे ने बताया उसने क्या-क्या किया?
बेटे का कहना है कि जैसे ही उसकी मां बेहोश हुईं, उनका पैर एक्सीलरेटर पर दब गया, जिससे गाड़ी की गति तेज हो गई और कार ने स्पीड पकड़ ली। जैक ने उन्हें जगाने की कोशिश की, लेकिन जब यह काम नहीं आया, तो उसने स्टीयरिंग व्हील का कंट्रोल ले लिया। उसने कुशलता से कार को घास के किनारे पर ले गया, स्पीड कम की और उसे रोक दिया।
इसके बाद गाड़ी को सुरक्षित रूप से रोकने के बाद, जैक ने इंजन बंद कर दिया और शांति से इमरजेंसी सेवाओं को कॉल किया। उसने अपनी बेहोश मां को भी दिलासा दिया और यह भी चेक किया कि वह सांस ले रही हैं या नहीं। बेटे ने बताया कि मैं सच में बहुत डरा हुआ था, लेकिन मुझे पता था कि मुझे कुछ करना होगा। जब मैं 999 पर फोन पर बात कर रहा था, तो मैंने देखा कि उसका पेट हिल रहा था, इसलिए मुझे पता चल गया कि वह सांस ले रही है।
घटना में किसी को नहीं लगी चोट
गौरतलब है कि इस घटना में न जैक को न ही निकोला को चोट लगी है। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि निकोला, जिन्हें लो ब्लड प्रेशर की समस्या है, की जांच पैरामेडिक्स ने की और उनके और टेस्ट हो रहे हैं।
पुलिस ने बच्चे को किया सम्मानित
बता दें कि पुलिस अधिकारी जैक की शांति और तुरंत कार्रवाई से हैरान थे और तब से उन्हें उनकी बहादुरी के लिए सर्टिफिकेट देने के लिए पुलिस हेडक्वार्टर में बुलाया गया है। निकोला ने अपने बेटे को उसके कामों के लिए अपना छोटा हीरो बताया है, जिसका श्रेय वह अपनी और सड़क पर मौजूद दूसरे लोगों की जान बचाने को देती हैं।

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