'अगर बात नहीं बनी तो जमीन कब्जा करता रहूंगा...', शांति वार्ता को लेकर पुतिन का जेलेंस्की को अल्टीमेटम
रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने जेलेंस्की को सीधी चेतावनी देते हुए कहा कि अगर शांति वार्ता विफल होती है, तो रूस यूक्रेन की और अधिक भूमि पर कब्जा कर ...और पढ़ें
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पुतिन की जेलेंस्की को सीधी चेतावनी। (फाइल फोटो)
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। रूस के राष्टॅ्रपति व्लादिमीर पुतिन ने यूक्रेन को बड़ी चेतावनी दी है। पुतिन ने बुधवार को कहा कि अगर शांति वार्ता मॉस्को की शर्तों को पूरा करने में नाकाम रहती है, तो रूस यूक्रेन में अपना इलाकाई कंट्रोल बढ़ा सकता है।
अब रूसी राष्ट्रपति के इस बयान से साफ है कि अगर कूटनीतिक कोशिशें रुकती हैं, तो रूस मिलिट्री फोर्स पर भरोसे के लिए तैयार है। बता दे कि रूस के राष्ट्रपति ने एक सालाना मीटिंग के दौरान ये बातें कहीं।
पुतिन ने दी सीधी चेतावनी
इस बैठक के दौरान पुतिन ने कहा कि अगर विरोधी पक्ष और उसके विदेशी समर्थक ठोस बातचीत करने से इनकार करते हैं, तो रूस सैन्य तरीकों से अपनी ऐतिहासिक जमीनों को आजाद कराएगा।
गौरतलब है कि पुतिन की ये टिप्पणी फरवरी 2022 में यूक्रेन के साथ शुरू हुए युद्ध को खत्म करने के लिए नए सिरे से हो रही अंतरराष्ट्रीय कोशिशों के बीच आई है। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप ने मंगलवार को कहा कि बर्लिन में उच्च-स्तरीय बातचीत के बाद समझौता पहले से कहीं ज्यादा करीब है, हालांकि बड़े मतभेद अभी भी अनसुलझे हैं।
बता दें कि संयुक्त राज्य अमेरिका, यूक्रेन और यूरोपीय नेताओं के बीच बातचीत सुरक्षा गारंटी और क्षेत्रीय सवालों पर केंद्रित रही है। यूरोपीय नेताओं ने यूक्रेन के लिए अमेरिका समर्थित मजबूत सुरक्षा गारंटी का समर्थन किया है, लेकिन NATO सदस्यता का समर्थन करने से परहेज किया है।
रूसी सेना में ये हथियार होंगे शामिल
बुधवार को मिलिट्री अधिकारियों के साथ बैठक में राष्ट्रपति पुतिन ने कहा कि परमाणु क्षमता वाली ओरेश्निक इंटरमीडिएट-रेंज बैलिस्टिक मिसाइल इस महीने औपचारिक रूप से युद्ध ड्यूटी में शामिल हो जाएगी और बताया कि नवंबर 2024 में एक यूक्रेनी फैक्ट्री पर हमले के दौरान इसके पारंपरिक हथियारों वाले वर्जन का परीक्षण किया गया था, जिसे उन्होंने दावा किया कि रोकना असंभव था।
इसके साथ ही पुतिन ने इस बात को भी दोहराया कि यूक्रेन और अंतर्राष्ट्रीय समुदाय 2014 में कब्ज़े वाले क्रीमिया और चार पूर्वी और दक्षिणी क्षेत्रों में रूसी सेनाओं द्वारा कब्ज़े वाले इलाकों पर रूसी नियंत्रण को मान्यता दें। उन्होंने यह भी मांग की है कि यूक्रेनी सैनिक पूर्वी यूक्रेन के उन हिस्सों से हट जाएं जो अभी भी कीव के नियंत्रण में हैं। (समाचार एजेंसी एएनआई के इनपुट के साथ)

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