एक तरफ युद्धविराम की चर्चा, दूसरी तरफ यूक्रेन में घुसती जा रही रूस की सेना; अब इस इलाके पर किया नियंत्रण
युद्धविराम की चर्चाओं के बीच रूसी सेना ने यूक्रेन के डोनेस्क प्रांत के निप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र के कई गांवों पर कब्जा कर लिया है। डोनेस्क के मोर्चों पर रूस और यूक्रेन की सेनाओं में भीषण लड़ाई चल रही है। रूस ने युद्धविराम के लिए डोनेस्क प्रांत छोड़ने की शर्त रखी है जिसके लिए यूक्रेन तैयार नहीं है।
डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। युद्धविराम की चर्चाओं के बीच रूस की सेना यूक्रेन के एक नए हिस्से में घुस गई है। रूसी सेना ने डोनेस्क प्रांत के निप्रोपेट्रोव्स्क क्षेत्र के कई गांवों पर कब्जा कर लिया है। जिस इलाके पर कब्जा हुआ है वह यूक्रेन का बड़ा औद्योगिक क्षेत्र है। यूक्रेन का यह आठवां भाग है जहां पर रूसी सेना लड़ते हुए आगे आई है।
पता चला है कि डोनेस्क के कई मोर्चों पर रूस और यूक्रेन की सेनाओं में भीषण लड़ाई चल रही है। रूस ने युद्धविराम के लिए यूक्रेन के समक्ष पूरा डोनेस्क प्रांत छोड़ने की शर्त रखी है जिसके लिए यूक्रेन तैयार नहीं है। पिछले कई महीनों की लड़ाई के परिणामों से यूक्रेनी सेना काफी तनाव में है। वह हाथ से गए इलाकों को वापस लेने की कोशिश कर रही है, इसके विपरीत पास की जमीन उसके हाथ से खिसकती जा रही है।
रूसी सेना को झेलना पड़ रहा प्रतिरोध
इसका मतलब यह नहीं कि यूक्रेन की सुरक्षात्मक पंक्ति पूरी तरह से कमजोर है और रूस की सेना तेजी से आगे बढ़ रही है। क्योंकि रूस की सेना को कस्बों और शहरों में घुसने में बेहद कड़े प्रतिरोध का सामना करना पड़ रहा है। सीमा के नजदीक स्थित यूक्रेन के दूसरे बड़े शहर खार्कीव पर कब्जे की रूसी सेना युद्ध की शुरुआत से ही कोशिश कर रही है लेकिन साढ़े तीन वर्ष की लड़ाई में उसे सफलता नहीं मिल पाई है।
दोनों देशों की सेनाओं के दसियों हजार सैनिक यूक्रेन की एक हजार किलोमीटर लंबी पूर्वी और दक्षिण-पूर्वी सीमा पर लड़ रहे हैं। जिन इलाकों में लड़ाई चल रही है उनमें सुमी, खार्कीव, लुहांस्क, डोनेस्क, जपोरीजिया, खेरसान और मीकोलेव हैं। रूस ने यूक्रेन की 20 प्रतिशत भूमि पर कब्जा कर लिया है और उसकी सेना निरंतर आगे बढ़ रही है।
ट्रंप ने रूस को प्रतिबंध की दी धमकी
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शांति प्रयासों में शामिल होते हुए रूस ने पहले शांति समझौता और उसके बाद युद्धविराम की बात कही है जबकि यूक्रेन पहले युद्धविराम चाहता है और उसके बाद शांति समझौता चाहता है। बुधवार को रूस ने साफ कर दिया कि यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने के मामले में उसे यूरोपीय देशों या नाटो का दखल मंजूर नहीं है। शर्तों के अनुसार समझौता होता है तो वह अमेरिका के साथ मिलकर यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने को तैयार है।
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन यूक्रेन में युद्धविराम के लिए तैयार नहीं हुए तो रूस पर कड़े आर्थिक प्रतिबंध लगाए जाएंगे। वे प्रतिबंध बहुत ज्यादा गंभीर होंगे लेकिन चाहता हूं कि उनकी जरूरत न पड़े और बातचीत से युद्ध खत्म हो जाए। संवाददाताओं से बातचीत में ट्रंप ने कहा कि वह रूस पर दबाव के लिए आर्थिक प्रतिबंधों की बात कर रहे हैं किसी अन्य तरीके की नहीं, हम विश्वयुद्ध नहीं छेड़ना चाहते हैं।
कहा, वह चाहते हैं कि एक बार रूसी राष्ट्रपति पुतिन की यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की से आमने-सामने की वार्ता हो जाए लेकिन पुतिन इसके तैयार नहीं हैं। वह पहले कुछ ठोस निर्णय चाहते हैं। ट्रंप ने कहा कि यूक्रेनी राष्ट्रपति जेलेंस्की भी मासूम नहीं हैं, वह भी गतिरोध खत्म करने में पर्याप्त सहयोग नहीं दे रहे हैं। ट्रंप ने ये बातें मंत्रियों और उच्चाधिकारियों के साथ बैठक के बाद कही हैं।
(न्यूज एजेंसी एपी के इनपुट के साथ)
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