रूस की संपत्ति बेचकर यूक्रेन को मदद करेंगे यूरोपीय देश, Russia बोला- सदी के अंत तक बराबर करेंगे हिसाब
रूस ने यूरोपीय देशों द्वारा उसकी जब्त संपत्ति को बेचकर यूक्रेन की मदद करने की योजना पर कड़ी आपत्ति जताई है। रूस का कहना है कि यह अन्यायपूर्ण है और इसके खिलाफ वह न्यायालय और अन्य माध्यमों से कार्रवाई करेगा। रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने चेतावनी दी है कि जो भी देश रूसी संपत्ति को खत्म करने की कोशिश करेगा वह रूस के निशाने पर होगा।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। प्रतिबंध लगाकर जब्त की गई सैकड़ों अरब डॉलर की रूसी संपत्ति बेचकर यूक्रेन की मदद की यूरोप की योजना पर रूस ने कड़ी आपत्ति जताई है। कहा है कि यूरोपीय देशों की यह कोशिश अन्यायपूर्ण है। इसके विरोध में रूस न्यायालय और उसके बाहर कार्रवाई करेगा। जो देश रूसी संपत्ति को खत्म करने का कार्य करेगा भविष्य में वह रूस के निशाने पर होगा।
2022 में यूक्रेन पर रूस के हमले के बाद अमेरिका और उसके सहयोगी यूरोपीय देशों ने रूस और उसके धनी नागरिकों की विदेश में मौजूद संपत्तियों को जब्त किया था। एक अनुमान के अनुसार उस समय केवल रूस सरकार की 300 से 350 अरब डॉलर की संपत्तियां और विदेशी बैंकों में जमा नकदी जब्त की गई थी।
यूरोपियन यूनियन में प्रोसेस शुरू
जब्त रूसी संपत्ति बेचकर यूक्रेन की मदद करने की चर्चा कई बार चली लेकिन बीते कुछ हफ्तों से यूरोपीय संघ (ईयू) इसके लिए बाकायदा प्रक्रिया तैयार करने में लगा है। ब्रिटेन और अमेरिका में भी इसे लेकर प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस प्रक्रिया के पूर्ण होने से सैकड़ों अरब डॉलर की संपत्ति हमेशा के लिए रूस के हाथ से निकल जाएगी।
इस संपत्ति के बेचने से मिलने वाली धनराशि से यूक्रेन को युद्ध के लिए हथियार और नकद आर्थिक सहायता दी जाएगी। इसलिए रूस इस दोतरफा नुकसान की आशंका से बेचैन हो गया है। सूत्रों के अनुसार ईयू प्रमुख उर्सला वोन डेर लिएन ने यूक्रेन को बड़ी सैन्य सहायता के लिए रूसी संपत्ति को बेचे जाने की प्रक्रिया तेज करने के लिए कहा है। इसी के साथ विदेशी बैंकों में जमा रूसी धन और बांड को बेचकर यूक्रेन की मदद करने पर गंभीरता से विचार हो रहा है।
रूस ने दी चेतावनी
रूस के पूर्व राष्ट्रपति दिमित्री मेदवेदेव ने कहा है कि जिस भी यूरोपीय देश ने हमारी संपत्ति को खत्म करने की कोशिश की उससे हम सदी के अंत तक हिसाब पूरा करने का लक्ष्य लेकर चलेंगे। इसलिए रूसी संपत्ति के साथ ऐसा कोई कदम उठाने से पहले सभी यूरोपीय देशों को उसके दुष्परिणाम के बारे में सोच लेना चाहिए, वे रूस के सीधे निशाने पर होंगे।
मेदवेदेव ने कहा कि रूसी संपत्ति की अन्यायपूर्ण तरीके से जब्ती और अब उसे बेचने की कोशिश रूसी संपत्ति की चोरी है। इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। रूस न्यायालयों के जरिये और उनके बाहर हर हाल में न्याय प्राप्त करेगा। जबकि यूरोपीय देशों का कहना है कि यूक्रेन की बर्बादी और वहां हुई जनहानि के लिए रूस जिम्मेदार है, इसलिए उसके नुकसान की भरपाई होनी चाहिए।
(न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के इनपुट के साथ)
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