'ईरान के खिलाफ अमेरिका ने उतारी फौज तो...', रूस ने डोनाल्ड ट्रंप को दी वॉर्निंग; युद्ध के बने हालात
इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष जारी है जिसमें दोनों देश मिसाइलों और ड्रोन से हमले कर रहे हैं। इजरायल को अमेरिका का समर्थन प्राप्त है जबकि ईरान को रूस का साथ मिल रहा है। रूस ने अमेरिका को चेतावनी दी है कि यदि उसने इजरायल को सीधे सैन्य सहायता दी तो मध्य पूर्व में अस्थिरता फैल जाएगी।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। इजरायल और ईरान के बीच संघर्ष बीते कई दिनों से जारी है। दोनों ही देश एक-दूसरे पर मिसाइलों और ड्रोन से हमला कर रहे हैं। इजरायल को अमेरिका का खुले तौर पर समर्थन है और माना जा रहा है कि अमेरिका इजरायल के समर्थन में मिलिट्री मदद भेज सकता है।
अब तक अलग-थलग पड़े ईरान को अब रूस का साथ मिल रहा है। रूस ने अमेरिका को वॉर्निंग दे दी है कि अगर उसने इजरायल को डायरेक्ट मिलिट्री सहायता दी, तो मिडिल ईस्ट में स्थिति अस्थिर होने में देर नहीं लगेगी।
रूस ने ट्रंप को चेताया
न्यूज एजेंसी एएफपी के अनुसार, रूसी विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा कि हम अमेरिका को इस संघर्ष में सैन्य हस्तक्षेप के खिलाफ चेतावनी देना चाहते हैं। अगर ऐसा हुआ, तो इसके खतरनाक परिणाम होंगे।
जखारोवा ने कहा कि इजरायल ईरान के न्यूक्लियर इन्फ्रास्ट्रक्चर पर जिस तरह हमला कर रहा है. इसका मतलब है कि दुनिया तबाही से कुछ मिलीमीटर दूर है। उन्होंने कहा कि 'दुनिया की कम्युनिटी कहां है? पर्यावरणविद कहां हैं? क्या उन्हें लगता है कि रेडिएशन उन तक नहीं पहुंचेगा?' वहीं रूस के डिप्टी विदेश मंत्री सर्गेई रयाबको ने भी अमेरिका को चेतावनी दी है।
बता दें कि अमेरिका ईरान के खिलाफ बड़ा एक्शन लेने की तैयारी कर रहा है। इसके पहले ट्रंप ने कह दिया था कि खामेनेई ने अब काफी देर कर दी है। हमले के सवाल पर उन्होंने कहा था कि हम हमला कर भी सकते हैं और नहीं भी।
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