Back Image

Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    रूस के केंद्रीय बैंक ने ब्याज दरों को किया दोगुना, विभिन्न देशों के प्रतिबंधों से निपटने के लिए उठाया कदम

    By Neel RajputEdited By:
    Updated: Mon, 28 Feb 2022 09:52 PM (IST)

    बैंक ने नीतिगत ब्याज दर (रेपो और रिवर्स रेपो) को 9.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया है। इसके अलावा जिन कंपनियों के पास विदेशी मुद्रा है उन्हें 80 प्रतिशत तक इसे बेचने का आदेश दिया गया है।

    Hero Image
    बैंक ने नीतिगत ब्याज दर को 9.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया है।

    मास्को, रायटर। अमेरिका सहित पश्चिम के देशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों से निपटने के लिए रूस के केंद्रीय बैंक ने सोमवार को ब्याज दरों को दोगुना करने के साथ ही कुछ अन्य उपाय भी किए हैं। बैंक ने नीतिगत ब्याज दर (रेपो और रिवर्स रेपो) को 9.5 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर दिया है। इसके अलावा जिन कंपनियों के पास विदेशी मुद्रा है, उन्हें 80 प्रतिशत तक इसे बेचने का आदेश दिया गया है। हालांकि जिन रूसी दलालों के पास विदेशियों ने प्रतिभूतियां रख रखी हैं, उनके बेचने पर रोक लगा दी गई है। हालांकि अभी तक यह नहीं पता चला है कि आखिर किन प्रतिभूतियों के बेचने पर प्रतिबंध लगाया गया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    केंद्रीय बैंक ने कहा कि रूस की अर्थव्यवस्था के लिए स्थितियां बहुत ही चुनौतीपूर्ण हैं। नीतिगत दरों में वृद्धि करने से ना केवल रूबल का अवमूल्यन रूकेगा बल्कि महंगाई से भी राहत मिलेगी। इससे पहले रूस ने रविवार को एलान किया था कि वह आर्थिक स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए 28 फरवरी से घरेलू बाजार में सोना खरीदना फिर से शुरू करेगा। जिन बैंकों पर प्रतिबंध लगाया गया है उनके उपभोक्ता बैंक कार्ड का प्रयोग रूस के बाहर नहीं कर सकेंगे। साथ ही ये कार्ड गूगल पे, एपल पे पर काम नहीं करेंगे।

    रूबल 30 प्रतिशत तक टूटा

    टोक्यो, एपी: पश्चिमी देशों द्वारा स्विफ्ट वैश्विक भुगतान प्रणाली से रूसी बैंकों को बाहर करने के बाद सोमवार को अमेरिकी डालर के मुकाबले रूबल लगभग 30 प्रतिशत तक टूट गया। एशिया में ट्रेडिंग के दौरान एक डालर का मूल्य 119.50 रूबल तक पहुंच गया। हालांकि बाद में यह कुछ संभला और लगभग 110 रूबल प्रति डालर पर पहुंच गया। इससे पहले शुक्रवार को डालर के मुकाबले रूबल 84 के स्तर पर था। रूबल के अवमूल्यन से रूस में महंगाई बढ़ने का खतरा है।