Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck
    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    Syria Civil War: बशर अल असद ने छोड़ा देश, रूस बोला- हाई अलर्ट पर हैं सैनिक

    By Agency Edited By: Sachin Pandey
    Updated: Sun, 08 Dec 2024 07:01 PM (IST)

    Syria Civil War सीरिया में 13 साल से चल रहे विद्रोह और गृह युद्ध के बीच रविवार को घटनाक्रम तेजी से बदले। विद्रोहियों ने राजधानी दमिश्क में हमला कर दिया और देश में तख्तापलट का एलान कर दिया। इस बीच रूस का दावा है कि सीरिया के राष्ट्रपति बशर अल असद देश छोड़कर चले गए हैं और उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता हस्तांतरण का निर्देश दिया है।

    Hero Image
    रूस के राष्ट्रपति पुतिन के साथ बशर अल असद। (File Photo, Credit- Reuters)

    एपी, मॉस्को। सीरिया में विद्रोहियों के राजधानी दमिश्क तक पहुंचने के बीच रूस ने दावा किया कि बशर अल असद ने देश छोड़ दिया है। रूसी विदेश मंत्रालय ने रविवार को कहा कि विद्रोही समूहों के साथ बातचीत के बाद असद ने सीरिया छोड़ दिया है और उन्होंने शांतिपूर्ण तरीके से सत्ता हस्तांतरण का निर्देश दिया है।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    समाचार एजेंसी एपी के अनुसार टेलीग्राम मैसेजिंग ऐप पर एक पोस्ट में मंत्रालय ने कहा कि मॉस्को ने इन वार्ताओं में सीधे तौर पर भाग नहीं लिया है। इसने यह भी कहा कि यह सीरिया में नाटकीय घटनाओं पर अत्यधिक चिंता के साथ नजर रख रहा है।

    हाई अलर्ट पर रूसी सैनिक

    इसने यह भी कहा कि सीरिया में तैनात रूसी सैनिकों को हाई अलर्ट पर रखा गया है और रविवार दोपहर तक वहां रूस के सैन्य ठिकानों की सुरक्षा के लिए कोई गंभीर खतरा नहीं था। गौरतलब है कि रूस ने सितंबर 2015 से सीरिया में सैन्य अभियान चलाया है, जिसमें ईरान के साथ मिलकर असद की सरकार को सशस्त्र विपक्षी समूहों से लड़ने और देश के अधिकांश हिस्से पर नियंत्रण हासिल करने की अनुमति दी गई है।

    हालांकि, रूस अब अपने सैन्य संसाधनों का बड़ा हिस्सा यूक्रेन में केंद्रित करता है, लेकिन फिर भी इसने सीरिया में अपनी सैन्य पकड़ बनाए रखी है और वहां अपने ठिकानों पर सैनिकों को रखता है। इस बीच विभिन्न मीडिया रिपोर्टों में बताया गया है कि विद्रोहियों ने सीरिया की राजधानी दमिश्क में कब्जा कर लिया है।

    दशकों के शासन का अंत

    इससे पहले रविवार को सीरियाई विद्रोहियों ने दमिश्क पर कब्जा करने के बाद राष्ट्रपति बशर अल-असद को पद से हटाने की घोषणा की, जिससे उन्हें भागने पर मजबूर होना पड़ा और 13 साल से ज्यादा समय से चल रहे गृहयुद्ध के बाद उनके परिवार के दशकों के शासन का अंत हो गया, जो मध्य पूर्व के लिए एक बड़ा झटका था।

    रूस और ईरान के प्रभाव को झटका

    इस्लामी विद्रोहियों ने सीरिया के मध्य क्षेत्र में रूस और ईरान के प्रभाव को भी एक बड़ा झटका दिया, जो सहयोगी हैं और संघर्ष के महत्वपूर्ण दौर में असद का साथ दिया था। विद्रोहियों ने कहा कि वे सेना की तैनाती के बिना ही राजधानी में घुस आए थे। प्रत्यक्षदर्शियों ने रॉयटर्स को बताया कि हजारों लोग कारों में सवार होकर और पैदल मुख्य चौराहे पर एकत्र हुए तथा हाथ हिलाते हुए असद परिवार के आधी सदी के शासन से आजादी के नारे लगाते हुए एकत्र हुए।