Sikh Murder in Pakistan: पाकिस्तान में दो सिख कारोबारियों की दिनदहाड़े हत्या, प्रधानमंत्री शहबाज ने उच्चस्तरीय जांच के दिए आदेश
Murdered in Pakistan फिलहाल किसी समूह ने हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वारदात प्रांत में सौहार्द बिगाड़ने की साजिश है। मारे गए दोनों सिख कारोबारियों के परिवारों को न्याय मुहैया कराया जाएगा।

पेशावर, प्रेट्र। पाकिस्तान के उत्तर पश्चिमी खैबर पख्तूनख्वा प्रांत में बंदूकधारियों ने रविवार को दो सिख कारोबारियों की गोली मारकर हत्या कर दी। अफगानिस्तान सीमा से सटे अशांत प्रांत में अल्पसंख्यक समुदाय को निशाना बनाने का यह नया मामला है। इस घटना के विरोध में सिख समुदाय के लोगों ने पेशावर में विरोध प्रदर्शन किया।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ, विदेश मंत्री बिलावल भुट्टो जरदारी ने घटना की निंदा की है। प्रधानमंत्री ने घटना की उच्चस्तरीय जांच कराने का आदेश दिया है। प्रभावित परिवारों के प्रति सहानुभूति जताते हुए प्रधानमंत्री कहा कि इस तरह की आतंकी घटना से वैमनस्य बढ़ता है। उन्होंने देश से आतंकवाद का सफाया करने पर जोर दिया।
गृह मंत्री राणा सनाउल्लाह ने घटना के लिए खैबर पख्तूनख्वा में इमरान खान की अगुआई वाली पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ की सरकार की आलोचना की और प्रांत के मुख्य सचिव एवं पुलिस महानिरीक्षक से रिपोर्ट मांगी है।
प्रांत के मुख्यमंत्री महमूद खान ने हमले की निंदा करते हुए पुलिस को हत्यारोपितों को अविलंब गिरफ्तार करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह वारदात प्रांत में सौहार्द बिगाड़ने की साजिश है। मारे गए दोनों सिख कारोबारियों के परिवारवालों को न्याय मुहैया कराया जाएगा।
पुलिस के मुताबिक, बाइक सवार हत्यारों ने रविवार सुबह 42 वर्षीय सलजीत सिंह और 38 वर्षीय रणजीत सिंह पर हमला किया। दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। पेशावर से करीब 17 किलोमीटर दूर सरबंद के बाटा ताल बाजार में उनकी मसाले की दुकानें हैं। फिलहाल, किसी समूह ने हत्या की जिम्मेदारी नहीं ली है।
पेशावर में रहते हैं 15 हजार सिख
पेशावर में करीब 15,000 सिख निवास करते है। अधिकांश प्रांत की राजधानी पेशावर के समीप जोगन शाह में रहते हैं। पेशावर में रहने वाले सिख समुदाय के ज्यादातर लोग व्यापार करते हैं, जबकि कुछ फार्मेसी से भी जुड़े हैं।
हकीम से लेकर सांसद तक की हो चुकी है हत्या
पिछले वर्ष सितंबर में जानेमाने सिख हकीम (यूनानी चिकित्सक) की पेशावर में उनकी क्लीनिक के भीतर बंदूकधारियों ने गोली मारकर हत्या कर दी थी। वर्ष 2018 में सिख समुदाय के लोकप्रिय सदस्य चरणजीत सिंह की पेशावर में हत्या कर दी गई थी। इसी तरह न्यूज चैनल के एंकर रविंदर सिंह की इसी शहर में वर्ष 2020 में हत्या की गई। इससे पहले वर्ष 2016 में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ के नेशनल असेंबली सदस्य की भी पेशावर में हत्या हुई थी।
अल्पसंख्यकों में हिंदुओं की आबादी सबसे ज्यादा
वर्ष 2017 की जनगणना के अनुसार पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों में सर्वाधिक संख्या ¨हदुओं की है। इसके बाद दूसरे नंबर पर ईसाई समुदाय आता है। अहमदिया, सिख और पारसी भी पाकिस्तान के अल्पसंख्यक समुदाय में आते हैं।
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने हत्या की निंदा की
समाचार एजेंसी एएनआइ के अनुसार, भारत के केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने पाकिस्तान में दो सिख कारोबारियों की हत्या की निंदा की है। उन्होंने कहा कि इस तरह के कृत्य से पड़ोसी देश में धार्मिक अल्पसंख्यकों पर मंडरा रहे खतरे का पता चलता है।
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