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    Pok में संविधान संशोधन की साजिश के खिलाफ लामबंदी, लोग बोले- इस्लाम के नाम पर साम्राज्यवादी एजेंडा लागू कर रहा पाक

    By Krishna Bihari SinghEdited By:
    Updated: Sat, 13 Aug 2022 07:57 PM (IST)

    Protests in Ghulam Kashmir पाकिस्‍तान गुलाम कश्मीर में अपने नापाक इरादों को अंजाम देने से बाज नहीं आ रहा है। वह 15वां संविधान संशोधन प्रस्ताव लाने की तैयारी में है। इसको लेकर जोरदार विरोध हो रहा है ....

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    पाकिस्तान की एक और साजिश के खिलाफ गुलाम कश्मीर में विरोध की आग भड़क गई है।

    मुजफ्फराबाद, एजेंसी। गुलाम कश्मीर में 15वां संविधान संशोधन प्रस्ताव लाने की पाकिस्तान सरकार की साजिश का जोरदार विरोध हो रहा है। इस संशोधन के माध्यम से स्थानीय सरकार से वित्तीय एवं प्रशासनिक शक्तियां इस्लामाबाद को स्थानांतरित करने का षड्यंत्र रचा गया है। गुलाम कश्मीर के कार्यकर्ताओं ने कहा है कि इस्लाम के नाम पर पाकिस्तान अपने साम्राज्यवादी एजेंडे को लागू करने जा रहा है।

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    पाकिस्‍तान के खिलाफ गहरी नाराजगी 

    समाचार एजेंसी एएनआइ की रिपोर्ट के मुताबिक क्षेत्र के सभी 10 जिले सरकार के कदम से काफी नाराज हैं। प्रदर्शन के कारण रावलकोट, बाग, पूंछ, मुजफ्फराबाद ओर नीलुम घाटी एवं अन्य क्षेत्रों की स्थिति खराब हो गई है। हाल ही में क्षेत्र के कार्यकर्ता शाबिर चौधरी ने कहा कि पाकिस्तान की नजरें क्षेत्र की प्राकृतिक संपदा पर हैं।

    क्‍या है पाकिस्‍तान की मंशा 

    संविधान में 15वें संशोधन के जरिये पाकिस्तान उन पर कब्जा करने में जुटा है। उन्होंने लोगों से इस साम्राज्यवाद के खिलाफ आवाज उठाने की अपील की और कहा कि संविधान संशोधन हुआ तो सभी चीजों पर पाकिस्तानी सेना और देश के धनपतियों का नियंत्रण हो जाएगा।

    साम्राज्यवादी एजेंडे को बढ़ाने में जुटा पाकिस्‍तान

    चौधरी ने कहा, 'पाकिस्तान अपने उस साम्राज्यवादी एवं रणनीतिक खेल को पूरा करना चाहता है, जिसकी शुरुआत उसने वर्ष 1947 में की थी। इस्लाम के नाम पर इस साम्राज्यवादी एजेंडे की शुरुआत हुई थी और कब्जा किए गए शिकार का गला इस्लाम के नाम पर घोंटा जाएगा।' चौधरी ने कहा कि अपने साम्राज्यवादी एजेंडे को छिपाने के लिए पाकिस्तान इस्लाम का सहारा ले रहा है। 22 अक्टूबर, 1947 से गुलाम कश्मीर के लोग स्वतंत्र या आजाद होने के झूठे सपनों में जी रहे हैं।

    पाकिस्तान का हिस्सा बनने से बचाएगा : पूर्व पीएम

    गुलाम कश्मीर के पूर्व प्रधानमंत्री फारूक हैदर ने कहा है कि केवल पुरजोर विरोध प्रदर्शन से ही इस क्षेत्र को पाकिस्तान का हिस्सा बनने से बचाया जा सकता है। उन्होंने कहा कि संविधान संशोधन के माध्यम से गुलाम कश्मीर को पाकिस्तान का प्रांत बनाने की साजिश रची गई है।