PoJK में हिंसक टकराव में तीन पुलिसकर्मियों समेत नौ लोगों की मौत, सेल्फ रूल की मांग को लेकर हो रहा आंदोलन
पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में सेल्फ रूल चार्जर की मांग को लेकर हिंसक आंदोलन जारी है जिसमें पुलिस कर्मियों समेत नौ लोगों की मौत हो गई है। मुजफ्फराबाद के बाद आंदोलन मीरपुर पुंछ सहित कई क्षेत्रों में फैल गया है जिससे जनजीवन ठप हो गया है। प्रदर्शनकारी आर्थिक राहत की मांग कर रहे हैं।

डिजिटल डेस्क, नई दिल्ली। पाकिस्तान के कब्जे वाले जम्मू-कश्मीर (पीओजेके) में जारी हिंसक टकराव में तीन पुलिस कर्मियों समेत नौ और लोग की मौत हो गई है। जम्मू-कश्मीर ज्वाइंट आवामी एक्शन कमेटी (जेकेजेएएसी) सेल्फ रूल चार्जर की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे है।
फिलहाल मुजफ्फराबाद के बाद यह आंदोलन मीरपुर, पुंछ, नीलम, भीमबर और पलांदरी, धीरकोट में भी फैल चुका है। इन क्षेत्रों में जनजीवन पूरी तरह ठप हो गया है। बाजार बंद हैं, सड़कें अवरुद्ध हैं और मुजफ्फराबाद में इंटरनेट सेवाएं भी बंद कर दी गई हैं।
'द न्यूज' ने स्थानीय अधिकारियों के हवाले से बताया कि प्रदर्शनों में लगभग 172 पुलिसकर्मी जख्मी हुए, जिनमें से 12 की हालत गंभीर है। ¨हसक प्रदर्शनों के दौरान लगभग 50 नागरिक भी घायल हुए। जेकेजेएएसी के र्चाटर में शामिल 38 मांगों को नजरअंदाज करने के कारण पीओजेके में यह हालात पैदा हुए हैं।
आंदोलन की मुख्य मांग
इन मांगों में शासक वर्ग के विशेषाधिकारों को खत्म करना, शरणार्थियों के लिए आरक्षित 12 विधानसभा सीटों को बहाल करना और आरक्षण खत्म करना आदि शामिल हैं। प्रदर्शनकारी आर्थिक राहत की भी मांग कर रहे हैं, जिसमें बिजली की दरों में कटौती, सब्सिडी वाले गेहूं के आटे की आपूर्ति और सरकारी अधिकारियों के भत्तों को समाप्त करना शामिल है। इसके अलावा वे मुफ्त शिक्षा और स्वास्थ्य सुविधाएं भी मांग रहे हैं।
प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने जताई गहरी चिंता
इस बीच, पीओजेके में बिगड़ती कानून-व्यवस्था की स्थिति पर प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने गहरी चिंता व्यक्त की है। उन्होंने ¨हिंसक विरोध प्रदर्शनों को समाप्त करने के लिए समाधान खोजने को गठित वार्ता समिति का विस्तार किया है। जेकेजेएएसी और पीओके तथा पाक सरकार के प्रतिनिधियों के बीच वार्ता के दौरान प्रदर्शनकारियों द्वारा उठाए मुद्दों को हल करने में नाकाम रहने के बाद जेकेजेएएसी ने तीन दिन की हड़ताल की। प्रधानमंत्री कार्यालय के एक बयान में कहा गया कि शरीफ ने मामले की पारदर्शी जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही उन्होंने कानून प्रवर्तन एजेंसियों को प्रदर्शनकारियों के साथ संयम के साथ बर्ताव करने का भी निर्देश दिया है। प्रधानमंत्री ने नागरिकों से शांति बनाए रखने की अपील की है।
पाक में साल की तीसरी तिमाही में हिंसा में 46 प्रतिशत की वृद्धि
पाकिस्तान में साल की तीसरी तिमाही में ¨हिंसा में कुल 46 प्रतिशत वृद्धि हुई है। एक रिपोर्ट में कहा गया है कि खैबर पख्तूनख्वा प्रांत सबसे ज्यादा प्रभावित क्षेत्र रहा। 'द न्यूज' ने सेंटर फार रिसर्च एंड सिक्योरिटी स्टडीज (सीआरएसएस) द्वारा जारी नवीनतम आंकड़ों के हवाले से खबर दी है कि पाकिस्तान में आतंकी हमलों और आतंकवाद रोधी अभियानों समेत हिंसा की 329 घटनाओं में कम से कम 901 लोगों की जान गई है और 599 लोग घायल हुए हैं जिनमें सुरक्षा कर्मी, आम नागरिक और आतंकी शामिल हैं। यह रिपोर्ट ऐसे वक्त आई है जब क्वेटा के फ्रंटियर कोर मुख्यालय के पास मंगलवार को हुए एक आत्मघाती हमले में कम से कम 11 लोग मारे गए।
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