कराची, एजेंसी। पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ को कराची में दफनाया जाएगा। सैन्य छावनी क्षेत्र में सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं, लेकिन दुबई से विशेष विमान से मुशर्रफ का पार्थिव शरीर अभी तक नहीं पहुंचा है। इसलिए दफनाए जाने में देरी हो सकती है। सूत्र ने कहा, पार्थिव शरीर के पहुंचने के लिए अभी कोई समय निर्धारित नहीं है, लेकिन पूरी व्यवस्था कर ली गई है। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून के मुताबिक उन्हें कराची के ओल्ड आर्मी कब्रिस्तान में मंगलवार को दफनाया जाएगा।

पूर्व सैन्य शासक का पार्थिव शरीर सोमवार दोपहर कराची हवाईअड्डे पर पहुंचने वाला था, लेकिन संयुक्त अरब अमीरात में पाकिस्तान के मिशन और पाकिस्तान सरकार के बीच एनओसी प्रक्रियाओं में देरी से पार्थिव शरीर को लाने में देरी हुई है। विदेश कार्यालय के अधिकारी ने कहा कि संयुक्त अरब अमीरात में पाकिस्तान मिशन मुशर्रफ के परिवार के संपर्क में है और उन्हें हर तरह की सुविधा प्रदान कर रहा है। परवेज मुशर्रफ का रविवार को लंबी बीमारी के बाद दुबई में निधन हो गया था।

पिछले कई वर्षों से स्व-निर्वासन में रह रहे थे मुशर्रफ

मुशर्रफ 1999 में भारत-पाकिस्तान के बीच हुए कारगिल युद्ध के सूत्रधार थे। वह पाकिस्तान में अपने खिलाफ आपराधिक मामलों से बचने के लिए वर्ष 2016 से संयुक्त अरब अमीरात में पिछले कई वर्षों से स्व-निर्वासन में रह रहे थे। मुशर्रफ दुर्लभ बीमारी एमिलायडोसिस से पीडि़त थे। इस बीमारी में पूरे शरीर के अंगों और ऊतकों में एमिलायड नामक प्रोटीन बनता है। उनका दुबई के अमेरिकन हास्पिटल में लंबे समय से इलाज चल रहा था।

चीन ने परवेज मुशर्रफ को पुराना मित्र बताया बीजिंग

पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ के निधन पर शोक व्यक्त करते हुए चीन ने उन्हें पुराना मित्र बताया। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता माओ ¨नग ने कहा, पूर्व राष्ट्रपति मुशर्रफ चीनी लोगों के पुराने मित्र थे। उन्होंने चीन-पाकिस्तान संबंधों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। हम श्री मुशर्रफ के निधन पर गहरा शोक व्यक्त करते हैं और उनके परिवार के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं।

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Edited By: Piyush Kumar