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    Pakistan: आतंकियों को पालने वाला पाकिस्तान अब किससे डर रहा? राजदूत ने कही यह अहम बात

    Updated: Sun, 17 Mar 2024 05:57 PM (IST)

    अफगानिस्तान में पाकिस्तान के विशेष प्रतिनिधि राजदूत आसिफ दुर्रानी ने कहा है कि प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश अफगानिस्तान में टीटीपी के लगभग 5000 से 6000 छिपे बैठे हैं। दुर्रानी ने इस्लामाबाद स्थित थिंक टैंक शांति अध्ययन के लिए पाकिस्तान संस्थान (पीआईपीएस) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शनिवार को अपने संबोधन में उक्त टिप्पणी की।

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    पाकिस्तानी राजदूत आसिफ दुर्रानी ने कहा कि पड़ोसी देश अफगानिस्तान में टीटीपी के लगभग 5000 से 6000 छिपे बैठे हैं।

    पीटीआई, इस्लामाबाद। अफगानिस्तान में पाकिस्तान के विशेष प्रतिनिधि राजदूत आसिफ दुर्रानी ने कहा है कि प्रतिबंधित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) पाकिस्तान के लिए खतरे की घंटी है। उन्होंने कहा कि पड़ोसी देश अफगानिस्तान में टीटीपी के लगभग 5000 से 6000 छिपे बैठे हैं।

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    दुर्रानी ने कहा कि आतंकियों के परिवारों को जोड़ दिया जाए तो यह संख्या 70,000 पहुंच जाएगी। दुर्रानी ने इस्लामाबाद स्थित थिंक टैंक शांति अध्ययन के लिए पाकिस्तान संस्थान (पीआईपीएस) द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में शनिवार को अपने संबोधन में उक्त टिप्पणी की।

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    उन्होंने कहा कि प्रतिबंधित टीटीपी के साथ पाकिस्तान की शांति वार्ता पूर्व में इसलिए विफल रही क्योंकि आतंकी समूह न तो समर्पण और न ही पाकिस्तान के संविधान के प्रति निष्ठा प्रकट करने के लिए तैयार था। विशेष प्रतिनिधि ने कहा कि कोई और उनका खर्च उठा रहा है।

    अफगानिस्तान की अंतरिम सरकार इतनी बड़ी संख्या में लोगों के प्रतिदिन का खर्च वहन करने में समर्थ नहीं है। काबुल में अंतरिम सरकार से पाकिस्तान कह चुका है कि उसे टीटीपी से समर्पण कराना और समूह को हथियार विहीन बनाकर उसके अगुआ को हिरासत में लेना होगा।

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