Pakistan: इमरान खान से पूछताछ करने जेल पहुंची भ्रष्टाचार निरोधक टीम, अरबों रुपये के घोटाले का मामला
इमरान खान ने उस समय प्रधानमंत्री रहते हुए उसे राष्ट्रीय खजाने में जमा करने के बजाय एक व्यवसायी को कुछ साल पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाए गए लगभग 450 अरब रुपये के जुर्माने को आंशिक रूप से निपटाने के लिए राशि का उपयोग करने की अनुमति दी थी। सत्ता से बाहर होने के बाद से उनके खिलाफ 150 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।

पीटीआई, इस्लामाबाद। पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान से अरबों रुपये के भ्रष्टाचार के मामले में देश के भ्रष्टाचार विरोधी निगरानीकर्ता ने जेल में पूछताछ की गई। इस बात की जानकारी सोमवार को एक मीडिया रिपोर्ट में दी गई है।
भ्रष्टाचार विरोधी निगरानी संस्था के एक वरिष्ठ अधिकारी ने स्थानीय अखबार डॉन को बताया कि राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो (NAB) की एक टीम ने रविवार को अदियाला जेल में पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी प्रमुख से मुलाकात की। पूर्व प्रधानमंत्री विभिन्न मामलों में 26 सितंबर से रावलपिंडी की उच्च सुरक्षा वाली जेल में बंद हैं।
50 अरब रुपये के सेटलमेंट का मामला
मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि एनएबी टीम ने जीबीपी 190 मिलियन (50 अरब रुपये) अल-कादिर ट्रस्ट भ्रष्टाचार मामले में लगे आरोपों के संबंध में खान से लगभग दो घंटे से अधिक समय तक पूछताछ की। अल-कादिर ट्रस्ट मामला 190 मिलियन पाउंड यानी करीब 50 अरब रुपये के सेटलमेंट का है, जो ब्रिटेन की नेशनल क्राइम एजेंसी ने एक पाकिस्तानी प्रॉपर्टी टाइकून से रकम वसूलने के बाद पाकिस्तान भेजा था।
अल-कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए भेंट की जमीन
इमरान खान ने उस समय प्रधानमंत्री रहते हुए उसे राष्ट्रीय खजाने में जमा करने के बजाय, एक व्यवसायी को कुछ साल पहले सुप्रीम कोर्ट द्वारा लगाए गए लगभग 450 अरब रुपये के जुर्माने को आंशिक रूप से निपटाने के लिए राशि का उपयोग करने की अनुमति दी थी।
इसके बदले में, उसने कथित तौर पर पंजाब के झेलम जिले के सोहावा इलाके में अल-कादिर विश्वविद्यालय की स्थापना के लिए खान और उनकी पत्नी बुशरा बीबी द्वारा स्थापित ट्रस्ट को लगभग 57 एकड़ जमीन उपहार में दी थी।
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150 से अधिक मामले दर्ज
मामले में पीटीआई प्रमुख की भूमिका की जांच के लिए जवाबदेही ब्यूरो के अधिकारी 15 नवंबर से अदियाला जेल का दौरा कर रहे हैं। मालूम हो कि खान 5 अगस्त से जेल में हैं, जब उन्हें तोशाखाना भ्रष्टाचार मामले में दोषी ठहराए जाने के कारण गिरफ्तार किया गया था।
सितंबर में उन्हें अटक जेल से अदियाला जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। पूर्व क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान को अप्रैल 2022 में अविश्वास मत के माध्यम से सत्ता से बाहर कर दिया गया था। सत्ता से बाहर होने के बाद से उनके खिलाफ 150 से अधिक मामले दर्ज किए गए हैं।
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