Trending

    Move to Jagran APP
    pixelcheck

    Pakistan में मानसूनी बारिश का कहर जारी, चित्राल में बाढ़ के चलते कई घर बहे; सैकड़ों लोगों को नुकसान का अनुमान

    By AgencyEdited By: Mahen Khanna
    Updated: Sun, 23 Jul 2023 11:50 AM (IST)

    Pakistan Flood खैबर पख्तूनख्वा के चित्राल जिले में तो बाढ़ के दूसरे दिन के बाद निचले इलाकों के सैकड़ों निवासियों को अपना सामान छोड़कर शनिवार को आश्रय लेने के लिए मजबूर होना पड़ा। चित्राल में नदी के उफनते पानी ने कम से कम आठ घरों और चार वाणिज्यिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। बाढ़ के चलते चार मोटरसाइकिल और कई जानवर बह गए।

    Hero Image
    Pakistan Flood पाकिस्तान के चित्राल में बाढ़।

    खैबर पख्तूनख्वा, एएनआई। Pakistan Flood पाकिस्तान के ज्यादातर राज्यों में भारी बारिश के चलते बाढ़ जैसे हालात बने हुए हैं। पंजाब और खैबर पख्तूनख्वा में स्थिति सबसे खराब है। खैबर पख्तूनख्वा के चित्राल जिले में तो बाढ़ के दूसरे दिन के बाद, निचले इलाकों के सैकड़ों निवासियों को अपना सामान छोड़कर शनिवार को आश्रय लेने के लिए मजबूर होना पड़ा।

    विज्ञापन हटाएं सिर्फ खबर पढ़ें

    बाढ़ से आठ घर क्षतिग्रस्त  

    चित्राल में नदी के उफनते पानी ने कम से कम आठ घरों और चार वाणिज्यिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। बाढ़ के चलते चार मोटरसाइकिल और कई जानवर बह गए। इसके अतिरिक्त, कोगुज़ी घाटी और कारी गांव बाढ़ के पानी से त्रस्त हैं और उनसे संपर्क भी टूट गया है।

    चित्राल किले को भी पहुंचा नुकसान

    चित्राल टाउन के पास निर्देथ गोल में चित्राल-बूनी रोड का एक हिस्सा भी बह गया, जिससे प्रभावित क्षेत्रों तक पहुंच बंद हो गई। द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, बाढ़ ने चित्राल किले में सदियों से खड़े चार विशाल चिनार के पेड़ों को उखाड़ दिया और किले को भी नुकसान पहुंचाया।

    कई गांव हुए जलमग्न

    चित्राल जिले में शनिवार को लगातार दूसरे दिन अचानक बाढ़ देखी गई और ग्लेशियरों और बर्फ के पिघलने के कारण यारखुन नदी में बाढ़ आने से कोगुजी घाटी के अलावा दानिन, कारी और अयुन गांव जलमग्न हो गए। सरकारी प्राथमिक विद्यालय पेवार और 18 घर भी बाढ़ में डूब गए।

    इसके अलावा, बाढ़ के कारण ढांचागत क्षति हुई है। हजारों एकड़ भूमि, खड़ी फसलें कुचलकर नष्ट हो गईं, जबकि सड़कें भी पानी में बह गईं।

    द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के अनुसार, विनाशकारी स्थिति के बीच स्थानीय निवासियों ने जिला प्रशासन और प्रांतीय सरकार से कदम उठाने और फंसे हुए और आपदा से प्रभावित लोगों को टेंट और खाद्य आपूर्ति सहित आपातकालीन सहायता प्रदान करने का आग्रह किया।

    हालांकि, प्रांतीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (पीडीएमए) ने पाकिस्तान के मौसम विभाग के 13 से 17 जुलाई के बीच प्रांत के अधिकांश हिस्सों में भारी बारिश के पूर्वानुमान के बाद अलर्ट जारी किया।